46 पर्चाधारियों ने अपना पर्चा अंचल कार्यालय में किया वापस
प्रखंड कार्यालय परिसर में दूसरे दिन पर्चाधारियों का उस समय गुस्सा फूटा जब अंचलाधिकारी समेत अंचल कर्मी शनिवार को भी अंचल कार्यालय से गायब मिले.
बछवाड़ा. प्रखंड कार्यालय परिसर में दूसरे दिन पर्चाधारियों का उस समय गुस्सा फूटा जब अंचलाधिकारी समेत अंचल कर्मी शनिवार को भी अंचल कार्यालय से गायब मिले. आक्रोशित रानी एक पंचायत के आजाद नगर गांव व झमटिया गांव के दर्जनों भूमिहीन पर्चाधारियों ने पदाधिकारियों व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व सीपीएम नेता उमेश कुंवर कवि कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भूमिहीनों के साथ सरकार व पदाधिकारी के द्वारा अन्याय किया जा रहा है. जब तक गरीब गुरबों को उसके उचित अधिकार नहीं दिया जाएगा तब तक सरकार के खिलाफ आंदोलन चलता रहेगा. वहीं पर्चाधारी सुनैना देवी, सुधा देवी, राजमणि देवी, जितेंद्र कुमार महतो, कंचन देवी, मंजू देवी, पंकज कुमार, आरती कुमारी, सोनी कुमारी, राम आधार महतो, धीरज कुमार, इंदु देवी सोनी देवी, मनीषा कुमारी, उर्मिला देवी, सुमंती देवी, रौशन पासवान, चिंता देवी, इंद्रासन देवी, प्रमिला देवी, पिंकी देवी, रंजीत शाह, शंकर शाह आदि ने बताया कि हमलोग रानी एक पंचायत के वार्ड संख्या 8 और 12 के रहने वाले गरीब व भूमिहीन है. वर्षो से रेलवे की जमीन में झोंपड़ी बनाकर जीविकोपार्जन कर रहे हैं. कई सालों से बसने के लिए जमीन की मांग को लेकर अंचल कार्यालय से लेकर अनुमंडल, जिला समाहरणालय प्रमंडल आयुक्त और मुख्यमंत्री के सचिवालय तक भटकते रहे हैं. तब जाकर सरकार के द्वारा मौजा अरवा में बछवाड़ा अंचल के द्वारा प्रति परिवार तीन डिसमिल जमीन का वासगीत पर्चा देना स्वीकार किया गया. 5 मई 2025 को हल्का कर्मचारी के द्वारा कागज पर हस्ताक्षर व निशान ले लिया. उसके बाद हमलोगों को पर्चा देने के नाम पर बेगूसराय ले जाया गया. बेगूसराय में हमलोगों के साथ में पर्चा देकर वापस भेज दिया. लेकिन दुःख की बात यह है कि तीन-तीन डिसमिल की जगह हमें सिर्फ एक-एक डिसमिल का पर्चा दिया गया, वह भी अरवा पंचायत के बदले रानी तीन पंचायत में, जो बिल्कुल अपर्याप्त है. हमलोग विगत पांच दशक पूर्व गंगा कटाव से विस्थापित होकर आए थे और फिर हमें कटाव क्षेत्र के गड्ढे में जमीन का पर्चा दिया गया है. पर्चा का जमीन गड्ढे में रहने के कारण चार माह बीत गए हैं और अब तक कर्मचारी या किसी कर्मी द्वारा पर्चा की जमीन हमें दिखाने भी नहीं ले गए हैं. इसी सब समस्या को लेकर बछवाड़ा अंचलाधिकारी को हम सब अपना-अपना पर्चा वापस करने पहुंचे है. आक्रोशित पर्चाधारियों ने अपना-अपना पर्चा लेकर लेकर अंचलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां अंचलाधिकारी व आरओ कार्यालय में नहीं थे. अंचल के बड़ा बाबू पर्चाधारियों को देखते ही अपने जगह से फरार हो गए. आक्रोशित पर्चाधारियों ने अंचल नाजिर के कार्यालय में घुसकर नाजिर रौशन कुमार को घेर कर हंगामा करने लगा और पर्चा लेने की दबाव बनाने लगा करीब एक घंटे के बाद 46 पर्चा धारियों ने अपना अपना पर्चा अंचल नाजिर को सौंपा. अंचल नजीर रौशन कुमार ने बताया कि 46 पर्चाधारियों ने अपना-अपना पर्चा कार्यालय में जमा किया है. इस संबंध में वरीय पदाधिकारियों को अवगत कराया जायेगा.
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