Begusarai News : जिले को हरा-भरा बनाने के लिए अब तक लगे 2.28 लाख पौधे
जिले को हरा-भरा बनाने के उद्देश्य से मनरेगा योजना के तहत वर्ष 2025-26 में कुल 5,20,800 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
बेगूसराय. जिले को हरा-भरा बनाने के उद्देश्य से मनरेगा योजना के तहत वर्ष 2025-26 में कुल 5,20,800 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 2,28,600 पौधों का रोपण किया जा चुका है. डीडीसी प्रवीण कुमार ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि 31 अगस्त तक हर हाल में पौधारोपण का लक्ष्य पूरा किया जाये. हालांकि आंकड़ों के अनुसार अभी जिले को लक्ष्य तक पहुंचने के लिए लंबा सफर तय करना है. मनरेगा पदाधिकारी लगातार प्रखंडों और पंचायतों में जाकर आम लोगों एवं जनप्रतिनिधियों को जागरूक कर रहे हैं. ज्ञात हो कि यह पौधारोपण अभियान पांच जून विश्व पर्यावरण दिवस से शुरू हुआ था और यह अगस्त माह के अंत तक चलेगा. जिले की 217 पंचायतों में 12 योजनाओं के अंतर्गत पौधारोपण हो रहा है. प्रत्येक योजना में 200 पौधे लगाये जा रहे हैं. जलवायु परिवर्तन, बढ़ती गर्मी और वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए इस अभियान को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पौधारोपण के लिए किसान अपने प्रखंड मनरेगा कार्यालय, ग्राम पंचायत या जिला मनरेगा कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं.
पांच वर्षों तक हर माह मिलेंगे किसानों को 2040 रुपये
मनरेगा के तहत पौधारोपण करने वाले किसानों को पांच वर्ष तक प्रतिमाह 2,040 रुपये पौधाें की देखरेख के लिए मिलेंगे. इसके अलावा किसानों को मुफ्त में पौधे के साथ-साथ गेबियन, घेराबंदी के लिए तार, पौधों में पानी पटवन के लिए खेत में चापाकल दिया जायेगा. इसके अलावा कीटनाशक दवा, रासायनिक व गोबर युक्त खाद भी उपलब्ध करायी जायेगी. विभाग का मानना है कि 80 प्रतिशत पौधा जिंदा रह सके इसके लिए सभी आवश्यक उपस्कर दिये जाते हैं.
पौधारोपण के लिए यह कागजात आवश्यक
मनरेगा अंतर्गत पौधारोपण करने के लिए किसान का बैंक खाता (आधार से लिंक) आवश्यक है. इसके अलावा आधार नंबर, जिस जमीन पर पौधारोपण करना है उस जमीन का शपथ पत्र आवश्यक है. उपरोक्त कागजात आवेदक किसान को आवेदन के साथ ही जमा करना होगा. विभाग पौधे के साथ-साथ सभी आवश्यक उपकरण खेत तक उपलब्ध करवाने का काम करता है. विभाग ने बताया कि फलदार व लकड़ी वाला उत्कृष्ट पौधा उपलब्ध कराया जायेगा. विभाग का मानना है कि 200 पौधा लगाने के लिए (फलदार-लकड़ी) लगभग आठ कट्ठा जमीन की जरूरत होती है.
ग्रीनलैंड में चार प्रतिशत की हुई वृद्धि
जिलांतर्गत प्रतिवर्ष मॉनसून के दौरान पौधारोपण किया जाता है. विभाग ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में चार प्रतिशत ग्रीनलैंड की वृद्धि हुई है. इससे प्रदूषण में कमी के साथ-साथ शुद्ध ऑक्सीजन लोगों को मिल रहा है. मनरेगा के पदाधिकारी लगातार खुद से ग्रामीण स्तर तक के किसानों को पौधारोपण करने के लिए जागरूक करने का काम कर रहे हैं. साथ ही इससे होने वाले लाभ के बारे में बताने का काम किया जा रहा है.क्या कहते हैं पदाधिकारी
इस वर्ष माॅनसून के दौरान जिले में 5,20,800 पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है. अब तक 2,28,600 पौधे लगाये गये हैं. पौधारोपण से होने वाले फायदे व किसानों को मिलने वाले सरकारी लाभ के बारे में भी बताने का काम किया जा रहा है. बिट्टू कुमार सिंह, डीपीओ, मनरेगा
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