सैजपुर के समीप ओढ़नी नदी का डायवर्सन करीब 60 फीट टूटा, यातायात व्यवस्था दूसरे दिन भी रहा ठप्प
बीते बुधवार की मध्य रात में पानी के तेज बहाव से बह गया था डायवर्सन का बीच वाला हिस्सा
– बीते बुधवार की मध्य रात में पानी के तेज बहाव से बह गया था डायवर्सन का बीच वाला हिस्सा बांका. बांका-अमरपुर मुख्य मार्ग अंतर्गत सैजपुर गांव के समीप ओढ़नी नदी पर बना डायवर्सन बुधवार की मध्य रात्रि में ध्वस्त होने के बाद यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप्प है. लोग वैकल्पिक मार्ग के सहारे यात्रा कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन की ओर से डायवर्सन के दोनों तरफ बांस व बल्ला लगाकर बैरीकेंडिंग कर दिया गया है. साथ ही लाल कपड़े का झंडा व रिवन लगाकर खतरे की संकेत बना दिया गया है. जानकारी के अनुसार यहां विगत वर्ष से पुल का निर्माण कार्य चल रहा है. दो दिन हुई लगातार बारिश के बाद अचानक ओढ़नी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया. यहां ओढ़नी के अतिरिक्त डकाय नदी का भी पानी मिलता है. पानी के तेज बहाव से डायवर्सन का 50-60 फीट प्रमुख हिस्सा पानी में बह गया. डायवर्सन के टूटने के बाद विभागीय अधिकारियों ने संवेदक के साथ स्थल पर पहुंचकर इसका जायजा लिया. वहीं एसडीएम राजकुमार ने बताया है कि घ्वस्त डायवर्सन को तुरंत ठीक करने के लिए विभाग को निर्देशित किया गया है. जलस्तर घटने के बाद ही मरम्मती कार्य संभव डायवर्सन की क्षति इतना अधिक है कि तत्काल इसे दुुुरुस्त करना भी असंभव है. बताया जा रहा है कि नदी का जलस्तर घटने के बाद ही मरम्मत का काम शुरु किया जा सकता है. इसमें करीब सप्ताह भर का समय लग सकता है. इस बीच यदि पुनः मुसलाधार बारिश हो गयी तो डायवर्सन पर यातायाता शुरु करने में और भी विलंब हो सकता है. पुल के बेसमेंट एरिया से लेकर अन्य निर्माण प्वाइंट पर बड़ी मात्रा में पानी इकट्ठा हो गया है. इस वजह से संवेदक ने भी एक तरह से काम रोक दिया है. पोखरिया मार्ग बना सहारा डायवर्सन टूट जाने के बाद लोगों के लिए यातायात की बड़ी समस्या उत्पन्न हो गयी है. भागलपुर-हंसडीहा के बाद यह मार्ग बांका में सबसे व्यवस्तम मार्ग है. अमरपुर और भागलपुर के लिए इसी रास्ते को अधिकांश वाहन चलते हैं. भागलपुर के अतिरिक्त यह मार्ग अमरपुर, फुल्लीडुमर और शंभुगंज प्रखंड को भी जिला मुख्यालय से जोड़ता है. इतना ही नहीं बांका प्रखंड के भी दो दर्जन गांवों का भी डायवर्सन टूटने से मुख्यालय से सीधा संपर्क भंग हो गया है. दर्जनों गांव का टूटा संपर्क आसपास के कई दर्जन गांवों के लोगों को मुख्यालय पहुंचने में करीब 17 से 20 किमी की अतिरिक्त दूरी तय करना पड़ रहा है. जिससे रोजी-रोजगार के लिए सैकड़ों लोगों सहित सरकारी सेवकों, दैनिक मजदुरों व व्यवसायियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ————————————- तत्काल सभी छोटी-बड़ी वाहन के साथ पैदल जाने पर भी रोक लगा दी गयी है. जलस्तर घटने के उपरांत इसे जल्द ही मरम्मत कर पुनः आवागमन शुरु करने का प्रयास है. एक सप्ताह के अंदर डायवर्सन पुन ठीक कर दिया जायेगा. ज्ञानचंद, कार्यपालक अभियंता, बिहार पुल निर्माण निगम.
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