मांगों को लेकर रसोइया ने किया बीआरसी के समक्ष प्रदर्शन, लगाये नारे
जुटता दिखाते हुए कहा-मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा संघर्ष
एकजुटता दिखाते हुए कहा-मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा संघर्ष प्रतिनिधि, कुटुंबा. विभिन्न मांगों को लेकर रसोइया संघ ने शुक्रवार कुटुंबा प्रखंड के बीआरसी भवन अंबा के समक्ष एक जुटता दिखाते हुए प्रदर्शन किया. इस दौरान अपनी समस्याओं से संबधित गीत गाये व सरकार के विरुध नारेबाजी की. राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोईया फ्रंट के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ो की संख्या मे रसोईया ने उपस्थिति दर्ज करायी. प्रदर्शन का नेतृत्व संगठन के जिलाध्यक्ष लीला देवी व संचालन प्रखंड अध्यक्ष उषा देवी ने किया. उन्होंने कहा कि वर्षो से अपमान सहते हुए कठिन परिस्थिति में इमानदारी व निष्ठा के साथ कर्त्तव्य का निर्वहन करते आ रहे हैं. विद्यालय में रसोईया कार्य के अलावा हमलोग से विद्यालय की सफाई भी कराई जाती है. एक तरफ सरकार देश को धुंआ मुक्त वातावरण में भोजन बनाने के लिए प्रेरित कर रही है. वहीं दूसरे तरफ अभी भी विद्यालयों में लकड़ी से मध्याह्न भोजन बनाना पड़ रहा है. उच्च न्यायालय से न्यूनतम मजदूरी दिए जाने के आदेश पारित होने के बावजूद हमलोगों को सम्मान जनक मानदेय नहीं दिया जा रहा है. हजारों की संख्या में रसोईया प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत बेहद कम मजदूरी पर काम कर रहे है. फ्रंट के नेताओं ने कहा कि सरकार के उपेक्षापूर्ण नीति से रसोईया में घोर निराशा है. अगर सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तो हम सभी चरणबद्ध आंदोलन जारी रखेंगे. उनकी मांगो में उच्च न्यायालय पटना के निर्देशानुसार न्यूनतम मजदूरी का भुगतान, पीएम पोषण योजना की ठेकेदारी एनजीओ पर रोक लगाते हुए विद्यालय में बने हुए गरम भोजन बच्चो को खिलाना, भविष्य निधि का लाभ, घायल होने पर इलाज की समुचित व्यवस्था, प्रत्येक महीने के सात तारीख तक मानदेय भुगतान, महिला रसोईया को दो सूती साड़ी व पुरुष को दो पैंट सर्ट, ईएसआई स्कीम का लाभ, डीएम या डीईओ के स्तर से रसोईया की नियुक्ति, विधालय में मानसिक उत्पीड़न रोक के साथ-साथ तबीयत खराब होने पर आकस्मिक अवकाश आदि शामिल है. मौके पर लीलावती देवी, सरस्वती देवी, मुन्नी देवी व सालमती देवी समेत सैकड़ो की संख्या में रसोईया मौजूद थी.
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