महिला की मौत पर अस्पताल में बवाल

औरंगाबाद में परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने का लगाया आरोप

By Prabhat Khabar | April 28, 2024 5:07 PM

औरंगाबाद में परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने का लगाया आरोपदेव. सूर्यनगरी देव के बहुआरा मोड़ के समीप मगध क्लिनिक नामक अस्पताल में प्रसव के दौरान गर्भवती महिला की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है. इस घटना से गुस्साये परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर अस्पताल में हंगामा किया. अस्पताल के डॉक्टर व कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया. हंगामा होते देख अस्पताल संचालक डॉ सतलेश कुमार और कर्मचारी मौके से फरार हो गये. हंगामे की सूचना पर देव थानाध्यक्ष विकास कुमार के निर्देश पर एसआइ नीतीश कुमार, एसआइ सूरज कुमार, एसआइ कौशल किशोर दुबे दलबल के साथ पहुंचे और परिजनों को समझाने-बुझाने का प्रयास किये. हालांकि, परिजन और आक्रोशित मानने को तैयार नहीं थे. लापरवाह डॉक्टर को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े रहे. आक्रोशित ग्रामीणों ने बहुआरा मोड़ के समीप मुख्य सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया और मार्ग को पूरी तरह अवरूद्ध कर दिया. जानकारी के अनुसार, देव थाना क्षेत्र के कंचनपुर गांव निवासी सुशील कुमार यादव की 24 वर्षीय पत्नी किरण देवी प्रसव पीड़ा से ग्रसित थी. परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. इलाज के दौरान ही महिला की मौत हो गयी. महिला की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. मृतका के पति सुशील का कहना था कि पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई, तो उसे उक्त अस्पताल में भर्ती करा दिया. पत्नी का दर्द देखकर वो उसे वहां से दूसरे अस्पताल ले जाना चाहता थे, लेकिन अस्पताल वालों ने उसे नहीं ले जाने दिया और खुद ही इलाज करते रहे. परिजनों का कहना था कि चिकित्सक ने आश्वासन दिया कि उसके पास इलाज के लिए पर्याप्त दवा, सूई समेत ऑपरेशन की सभी व्यवस्था उपलब्ध है. पूर्व की तरह मरीज को बड़ा ऑपरेशन करना होगा. इसके एवज में 50 हजार रुपये खर्च होंगे. एडवांस के रूप में 22 हजार रुपये भी जमा करा लिया गया. परिजनों ने कहा कि डॉक्टर की ओर से एक सूई दी गयी. इसके बाद महिला मरीज की हालत खराब हो गयी. कुछ ही क्षण में जच्चा-बच्चा की मौत हो गयी. आरोप लगाया कि मरीज की मौत होते ही डॉक्टर व कर्मचारी बिना कुछ कहे मौके से फरार हो गये. इधर, घटना की सूचना पर अंचलाधिकारी दीपक कुमार पहुंचे और पुलिस पदाधिकारियों के साथ कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिलाकर परिजनों को शांत कराया. अंतत: परिजन माने और शव को पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद भेजा गया. वैसे क्लीनिक को प्रशासन ने सील कर दिया है. डॉक्टर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग देव बहुआरा मोड़ के समीप संचालित मगध क्लीनिक में महिला मरीज की मौत के बाद लोगों ने डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है. परिजनों का कहना है कि औरंगाबाद शहर में मगध क्लीनिक के नाम से डॉक्टर की क्लीनिक चलती है और कुछ दिन पूर्व ही मगध क्लीनिक का यह ब्रांच देव में खुला था. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि देव सरकारी अस्पताल के आसपास तथा देव नगर पंचायत में एक दर्जन से अधिक अवैध क्लीनिक संचालित है. इसपर स्वास्थ्य विभाग का कोई ध्यान नहीं है. अवैध क्लीनिक से देव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को मोटी रकम मिलती है. इसके चलते इन अवैध अस्पतालों में न कभी कोई जांच होती है और ना ही निरीक्षण. देव सरकारी अस्पताल के आसपास अवैध रूप से दर्जनों क्लीनिक, अवैध प्राइवेट अस्पताल तथा मेडिकल दुकान फर्जी तरीके से बिना किसी योग्यता के चल रहे हैं. ग्रामीण इलाकों की भोली-भाली जनता से मोटी रकम वसूल रहे हैं. पति ने थाने में दिया आवेदन निजी अस्पताल में किरण देवी की मौत के बाद कंचनपुर गांव के सुशील कुमार यादव ने देव थाने को कार्रवाई के लिए एक आवेदन दिया है. बताया है कि 28 अप्रैल की सुबह पांच बजे उसने अपनी पत्नी 24 वर्षीय किरण कुमारी को इलाज कराने के लिए देव बहुआरा मोड़ स्थित मगध क्लिनिक पर लाया था. हॉस्पिटल में उसकी पत्नी का इलाज बरियावां गांव के डॉ संतलेश कुमार के साथ-साथ एकौना गांव के अंजनी कुमार सिंह और एक महिला व पुरुष डॉक्टर कर रहे थे. गलत इलाज के कारण उसकी पत्नी की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी. बिगड़ते हालत को देखकर सभी अलग-अलग बहाना बनाकर गुमराह कर मरीज को उसी हालत में छोड़ कर फरार हो गये. डॉक्टर के इलाज तथा ऑपरेशन में लापरवाही के कारण उसकी पत्नी की मौत हुई है. इधर, डॉक्टर से पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका है. क्या कहते हैं थानेदार देव थानाध्यक्ष विकास कुमार ने बताया कि महिला मरीज की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया गया और शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है. सीओ की मौजूदगी में अस्पताल को सील कर दिया गया है. परिजनों की ओर से प्राप्त आवेदन के आलोक में कार्रवाई की जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version