जिले में मात्र एक फीसदी नये मतदाताओं की संख्या होना चिंताजनक

सिन्हा कॉलेज में मतदाता साक्षरता क्लब कार्यक्रम का आयोजन, छात्र छात्राओं से वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने की अपील, जेंडर रेशियो चिंताजनक, 907 से घटकर 881 हो गयी

By SUDHIR KUMAR SINGH | August 26, 2025 5:51 PM

सिन्हा कॉलेज में मतदाता साक्षरता क्लब कार्यक्रम का आयोजन

छात्र छात्राओं से वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने की अपील

जेंडर रेशियो चिंताजनक, 907 से घटकर 881 हो गयीऔरंगाबाद शहर. शहर के सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में मंगलवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम एवं विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नये मतदाताओं को वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए मतदाता साक्षरता क्लब कार्यक्रम का आयोजन किया गया. डीएम ने उपस्थित छात्र-छात्राओं से कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य में लोकसभा एवं विधानसभा का चुनाव संपन्न कराया जाता है. किसी भी चुनाव के आयोजन के लिए अद्यतन मतदाता सूची का होना आवश्यक है. इस वर्ष राज्य में विधानसभा चुनाव संभावित रूप से अक्तूबर अथवा नवंबर में होना है. औरंगाबाद जिले में पिछले लोकसभा चुनाव में मात्र 50.4 प्रतिशत व विधानसभा चुनाव 2020 में मात्र 57 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि अन्य राज्यों में मतदान का प्रतिशत 70 प्रतिशत से अधिक होता है. यह स्थिति दर्शाती है कि जिले में मतदाताओं में जागरूकता की कमी अथवा चुनाव में रुचि का अभाव है. उन्होंने छात्र-छात्राओं को समझाते हुए कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति को मतदान का अधिकार प्राप्त है. यदि आप लोकसभा व विधानसभा में अच्छे प्रतिनिधि चुनकर भेजेंगे, तो वही आपके हित में नीतियां बनायेंगे. लेकिन यदि आप योग्य प्रतिनिधि का चयन नहीं करेंगे तो आपके क्षेत्र का समुचित प्रतिनिधित्व संभव नहीं होगा. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि 100 लोगों में से केवल 50 ही मतदान करेंगे तो निर्वाचित व्यक्ति शेष 50 की अपेक्षाओं का प्रतिनिधित्व कैसे कर पायेगा. अतः मतदान प्रतिशत अधिक से अधिक होना आवश्यक है. जिम्मेदार नागरिक होने के नाते प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है कि वह अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज कराये और चुनाव के दिन मतदान अवश्य करें.

जिले में जेंडर रेशियो कम

डीएम ने विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मतदाता सूची को शुद्ध और त्रुटिरहित बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है. मतदाता सूची से अनुपस्थित, मृतक, स्थानांतरित अथवा दोहरी प्रविष्टियों वाले नामों को विलोपित किया जा रहा है. औरंगाबाद जिले में अब तक लगभग 167000 नाम विलोपित किये गये हैं. जिनका नाम विलोपित हुआ है, उनके लिए दावा-आपत्ति की प्रक्रिया भी एक अगस्त से एक सितंबर तक संचालित की जा रही है. उन्होंने चिंता व्यक्त की कि जिले में नये मतदाताओं की संख्या मात्र एक फीसदी है, जो अत्यंत ही चिंताजनक है. साथ ही जिले में जेंडर रेशियो भी कम है. मतदाता सूची प्रकाशन से पूर्व महिलाओं का जेंडर रेशियो 907 था, जो प्रकाशन के बाद घटकर 881 रह गया है. जबकि राज्य का औसत प्रकाशन से पहले 925 तथा प्रकाशन के बाद 897 है. उन्होंने कहा कि यह स्थिति पहले भी संतोषजनक नहीं थी और अब और भी चिंताजनक हो गयी है. उन्होंने उपस्थित छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि बेटियों के लिए सरकार अनेक कल्याणकारी योजनाएं चला रही है. फिर भी बेटियां मतदान में पीछे क्यों रहें.

परीक्षा के समय कॉलेज परिसर में मतदाता सूची के लिए काउंटर स्थापित करने की अपील

उन्होंने सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज के प्राचार्य को निर्देश दिया कि परीक्षा अवधि के दौरान ही कॉलेज परिसर में एक काउंटर स्थापित किया जाये तथा विशेष अभियान चलाकर नये मतदाताओं, विशेषकर छात्राओं, के नाम मतदाता सूची में जोड़े जाएं. कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी छात्राओं से अपील की कि वे अपना नाम अवश्य ही मतदाता सूची में दर्ज कराएं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभाएं. इस मौके पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी संतन कुमार सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रत्ना प्रियदर्शनी, उप निर्वाचन पदाधिकारी मो गजाली, जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी कुमार पप्पू राज, महाविद्यालय के प्राचार्य सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.

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