सहजानंद सरस्वती नगर की सड़क पर कीचड़, पैदल चलना भी मुश्किल

बच्चों को स्कूल ले जाने से कतराते हैं वैनवाले, अब ठेले पर सब्जी बेचने वाले भी मुहल्ले में प्रवेश नहीं करते

By SUJIT KUMAR | July 3, 2025 7:18 PM

बच्चों को स्कूल ले जाने से कतराते हैं वैनवाले, अब ठेले पर सब्जी बेचने वाले भी मुहल्ले में प्रवेश नहीं करतेप्रतिनिधि, औरंगाबाद नगर.

नगर पर्षद क्षेत्र के वार्ड आठ स्थित सहजानंद सरस्वती नगर की मुख्य सड़क की स्थिति इतनी दयनीय हो चुकी है कि यहां पैदल चलना भी किसी चुनौती से कम नहीं है. एक समय यह पक्की पीसीसी सड़क थी, लेकिन नाली निर्माण के दौरान खुदाई और हाल की बारिश के कारण यह पूरी तरह कीचड़ में तब्दील हो चुकी है. पहली नजर में तो यह पहचान पाना भी मुश्किल हो जाता है कि यह कभी सड़क थी. दृश्य ऐसा प्रतीत होता है, मानो किसी खेत की जुताई कर उसमें धान की रोपाई की तैयारी की गयी हो. स्थानीय निवासी शैलेंद्र शर्मा, गौतम कुमार, पवन कुमार, सेवानिवृत्त शिक्षक ब्रजमोहन पांडेय, अनिल कुमार और डॉ संतोष पांडेय सहित कई लोगों ने बताया कि यह सड़क अब किसी ग्रामीण गली से भी बदतर हो चुकी है. इस मार्ग से प्रतिदिन सौ से अधिक परिवारों के लोग आवागमन करते हैं. कई संपर्क पथों को जोड़ने वाली यह सड़क अब गड्ढों और कीचड़ से भर चुकी है, जिससे आवाजाही दुश्वार हो गयी है. बारिश के कारण सड़क पर जमा मिट्टी दलदल में बदल गयी है. स्थिति यह है कि लोग घर से निकलते समय जमीन पर पैर रखने के लिए जगह तलाशते नजर आते हैं. विशेष रूप से स्कूली बच्चों और महिलाओं को इस रास्ते से गुजरने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

नगर पर्षद की अनदेखी से नाराज लोग

स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पर्षद की अनदेखी के चलते वे इस दुर्दशा का खामियाजा भुगत रहे हैं. यह सड़क ब्रह्मर्षि चौक से शिक्षक पंकज कुमार के घर होते हुए सुधीर सिंह के आवास से कर्मा रोड तक जाती है. कुछ दिन पहले नाली निर्माण के लिए सड़क के बाएं हिस्से में जेसीबी से खुदाई की गयी. वहीं हाल ही में जल-नल योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने के लिए दाहिनी ओर भी खुदाई हुई, जिससे पूर्व पार्षद रूबी शर्मा के कार्यकाल में बनी पीसीसी सड़क पूरी तरह टूट गयी. सेवानिवृत्त शिक्षक चंद्रविलास सिंह, समाजसेवी श्रीकांत शर्मा और गोवर्धन पाठक ने बताया कि सड़क कीचड़ और गड्ढों में बदल गयी है. बाइक सवार आये दिन गिरते-पड़ते देखे जा सकते हैं. स्कूली वाहन इस रास्ते पर आने से बचते हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है.

जरूरी सामान तक पहुंचना हो गया कठिन

स्थानीय निवासी रामविनय शर्मा, सुदर्शन पांडेय और शिवकुमार शर्मा ने बताया कि यह सड़क कॉलोनी की जीवनरेखा है, लेकिन अब यह हमारे लिए मुसीबत बन गयी है. बरसात के समय स्थिति और भी भयावह हो जाती है. बुजुर्गों और बच्चों के लिए घर से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं होता. शाम होते ही मुहल्ले में सन्नाटा पसर जाता है. स्थानीय लोगों ने नगर पर्षद अध्यक्ष से लेकर कई बार शिकायत की, लेकिन कोई पहल नहीं हुई. लोगों ने आशंका जतायी है कि बरसात के मौसम में सड़क की मरम्मत नहीं होने से परेशानी और बढ़ेगी. इसको लेकर नागरिकों और बुद्धिजीवियों ने स्थानीय विधायक आनंद शंकर सिंह और जिला प्रशासन से अविलंब हस्तक्षेप कर सड़क की मरम्मत कराने की मांग की है.

आवेदन मिलने के बाद शुरू कराया जायेगा काम : इओ

नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी अजीत कुमार ने कहा कि सहजानंद सरस्वती नगर की सड़क की स्थिति की जानकारी मिली है. आमजन की सुविधा के लिए शीघ्र ही सड़क को सुदृढ़ करने की दिशा में प्रयास किये जायेंगे. उन्होंने मुहल्लेवासियों से अनुरोध किया कि वे नगर पर्षद कार्यालय में एक आवेदन देकर औपचारिक प्रक्रिया पूरी करें, जिससे कार्य आरंभ किया जा सके.

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