ऑनलाइन लूडो गेम के दौरान हुआ प्रेम, शादी के बाद उभरा विवाद

उत्तरप्रदेश के गोंडा जिला निवासी खुशी कुमारी को औरंगाबाद जिले के अंबा थाना क्षेत्र के एक गांव के राजीव कुमार से ऑनलाइन लूडो गेम खेलने के दौरान प्यार हो गया

By SUJIT KUMAR | July 10, 2025 6:21 PM

औरंगाबाद ग्रामीण. उत्तरप्रदेश की एक शादीशुदा महिला को ऑनलाइन लूडो गेम खेलने के दौरान औरंगाबाद के एक युवक से प्रेम हो गया. इसके बाद वह पहले पति को छोड़कर औरंगाबाद के युवक के साथ भागकर शादी कर ली. शादी के चार साल बाद जब वह प्रताड़ित होने लगी तो वह न्याय के लिए दर-दर भटकने लगी. उसकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है. उत्तरप्रदेश के गोंडा जिला निवासी खुशी कुमारी को औरंगाबाद जिले के अंबा थाना क्षेत्र के एक गांव के राजीव कुमार से ऑनलाइन लूडो गेम खेलने के दौरान प्यार हो गया. खुशी ने बताया कि जब उसकी पहली शादी हुई थी तो वह अपने घर में अकेली रहती थी. इसके बाद वह ऑनलाइन लूडो गेम खेलना शुरू कर दिया. ऑनलाइन लूडो गेम खेलने के दौरान ही नवंबर 2021 को राजीव से उसका संपर्क हुआ. इसके बाद दोनों प्रतिदिन ऑनलाइन लूडो खेलने लगे. इसके बाद दोनों ने फोन पर बात करना शुरू कर दिया. करीब एक महीने की बातचीत के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी. खुशी ने बताया कि उसका पहला पति व उसके ससुरालवाले प्रताड़ित करते थे. लगातार मारपीट होने के कारण वह ससुरालवालों से तंग रहती थी. इसी दौरान उसने अपनी सारी बात राजीव से बतायी और दोनों ने भागकर शादी करने का प्लान बनाये. इसके बाद खुशी न तो अपने ससुरालवालों को कोई जानकारी दी और नही मायकेवालों को. खुशी पहले पति को छोड़कर राजीव के साथ भागकर उसके गांव पहुंची, यहां कथित तौर पर दोनों ने शादी की. शादी के चार साल बीत जाने के बाद दोनों के बीच विवाद हो गया. खुशी की एक बेटी व एक बेटा है. खुशी का आरोप है कि उसका पति कानूनी तौर पर लिखापढ़ी करवाकर बेटी को अपने साथ रख लिया है. गुरुवार की शाम सदर अस्पताल में खुशी ने आरोप लगाया कि उसके पति द्वारा उसे कुछ खाने पीने को नही दिया जाता है. कई बार वह मुखिया के पास गयी, लेकिन उसे न्याय नही मिला. गुरुवार को वह अपने बच्चे को लेकर सदर अस्पताल पहुंची, जहां से उसे लोगों ने महिला थाने में शिकायत करने के लिए भेज दिया. इधर, राजीव ने बताया कि उसकी पत्नी को कोई समस्या नही है. जब घर पर विवाद हुआ तो उसे किराये पर रूम लेकर रहने को कहा. वह ऑटो चलाकर परिवार चलाता था. प्रतिदिन एक जैसी आमदनी नही होती है. वह बार-बार अधिक पैसों की डिमांड करती है. आजतक उसे कभी प्रताड़ित नही किया. वह खुद से नाटक करती है. मुखिया के पास भी समझौता हुआ, लेकिन वह नहीं मानी. बॉंड पेपर बनने के बाद भी उसे फाड़कर फेंक दी. बेटी उसके साथ नहीं रहना चाहती है, वह दादा-दादी के साथ रहती है. उसके द्वारा लगाया गया आरोप बेबुनियाद है.

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