Aurangabad News : मतदान केवल अधिकार नहीं, लोकतांत्रिक उत्तरदायित्व भी
Aurangabad News :विधानसभा चुनाव की तैयारी की समीक्षा, डीएम ने मतदाता जागरूकता को बताया लोकतंत्र की रीढ़
औरंगाबाद शहर. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने सोमवार को जिला स्तर पर संचालित मतदाता जागरूकता (स्वीप) कार्यक्रमों की समीक्षा की. बैठक में जिले के सभी बीडीओ, स्वीप नोडल पदाधिकारी सहित शिक्षा, स्वास्थ्य, जीविका, समाज कल्याण, खेल, महिला एवं बाल विकास, नेहरू युवा केंद्र, एनसीसी व सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित थे. डीएम ने निर्देश दिया कि मतदान को लेकर जन-जागरूकता अभियान केवल औपचारिकता न रहे, बल्कि यह व्यापक स्तर पर संप्रेषणीय और सहभागी हो. उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव, पंचायत, विद्यालय व सार्वजनिक स्थानों पर नियमित जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएं, ताकि हर मतदाता तक यह संदेश पहुंचे कि मतदान अधिकार ही नहीं, कर्तव्य भी है. उन्होंने प्रथम बार मतदान करने वाले युवाओं, महिलाओं, दिव्यांगों व वरिष्ठ नागरिकों के बीच विशेष अभियान चलाने पर बल दिया. साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को रोचक अंदाज में संदेश देने की बात कही. शिक्षा विभाग को निर्देश दिया गया कि सभी शैक्षणिक संस्थानों में मतदाता जागरूकता क्लब को सक्रिय किया जाये. डीएम ने स्वीप कार्यक्रमों के अंतर्गत प्रभातफेरी, नुक्कड़ नाटक, संवाद, रैली, सांस्कृतिक प्रतियोगिता और शपथ कार्यक्रम जैसे आयोजनों को स्थानीय जनभागीदारी से जोड़ने को कहा, ताकि इनकी गूंज हर घर तक पहुंचे. साथ ही उन्होंने सभी मतदान केंद्रों पर दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. बैठक में यह तय किया गया कि जिले के सभी प्रखंडों में स्वीप गतिविधियों की नियमित मॉनीटरिंग होगी और साप्ताहिक रिपोर्ट जिला निर्वाचन कार्यालय को भेजी जायेगी. डीएम ने विश्वास जताया कि औरंगाबाद जिला, मतदाता जागरूकता व जनभागीदारी में राज्य के अन्य जिलों के लिए मिसाल बनेगा.
बूथ का निरीक्षण कर सुविधाओं का लिया जायजा
सदर अनुमंडल पदाधिकारी संतन कुमार सिंह ने भरथौली स्थित बूथ संख्या 27 (मध्य विद्यालय) का निरीक्षण किया. निरीक्षण का उद्देश्य मतदान केंद्रों पर निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित न्यूनतम सुविधाओं की स्थिति का मूल्यांकन करना था. एसडीओ ने पेयजल, शौचालय, दिव्यांगों के लिए रैम्प, बिजली, प्रकाश, छाया, बैठने की सुविधा और स्वच्छता की स्थिति की जांच की. निरीक्षण में कुछ केंद्रों पर आवश्यक सुविधाओं की कमी पायी गयी, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिये गये. उन्होंने बीडीओ को सभी मतदान केंद्रों का पुनः परीक्षण कराने और निर्धारित समय सीमा में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण करने का निर्देश दिया. एसडीओ ने कहा कि न्यूनतम सुविधाएं न केवल सुविधा देती हैं, बल्कि मतदाताओं को लोकतंत्र में भागीदारी के लिए प्रेरित भी करती हैं.
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