Aurangabad News : युवाओं के लिए वरदान साबित हो रहा कुशल युवा कार्यक्रम
Aurangabad News : बदलाव: जिन बेटियों के जिम्मे था केवल चौका-बर्तन, आज की-बोर्ड एवं माउस पर बिखेर रही है उंगलियां
अंबा. मैट्रिक-इंटर तक पढ़ाई करने के बाद ग्रामीण क्षेत्र के जिन बेटियों के जिम्मे केवल चौका-बर्तन करने का काम होता था. आज उन्हीं बेटियों के उंगलियां की-बोर्ड एवं माउस पर बिखर रही है. बेटियों का यह सपना सरकार के सात निश्चय योजना के अंतर्गत आर्थिक हल युवाओं को बल कार्यक्रम के तहत चलाये जा रहे कुशल युवा कार्यक्रम से साकार होता दिख रहा है. ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के लिए यह योजना वरदान साबित हो रहा है. ग्रामीण क्षेत्र के युवा जो कंप्यूटर की शिक्षा प्राप्त करने को लेकर ललाइत रहते थे. उन्हें नि:शुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण मिलने से सहूलियत हो रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी कुशल युवा कार्यक्रम प्रशिक्षण को लेकर लड़कों की अपेक्षा लड़कियों ज्यादा ही तत्पर दिख रही है. प्रखंड मुख्यालय अंबा के जय अंबे एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट व विजार्ड कंप्यूटर द्वारा संचालित केवाइपी सेंटर पर छात्रों के अपेक्षा छात्राओं का रुझान अधिक देखी जा सकती है. इस योजना के तहत निशुल्क प्रशिक्षण पाकर युवा एक ओर नौकरी से जुड़ रहे हैं, तो दूसरी और खुद का रोजगार कर स्वावलंबी बन रहे हैं. अंबा के हरदता स्थिति कुशल युवा कार्यक्रम केंद्र विजार्ड कंप्यूटर में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों के बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया गया. संस्था के एलएफ विक्की लाल, अभय कुमार, निशा कुमारी, मन्नी कुमारी, मधु कुमारी, निकिता कुमारी आदि ने संयुक्त रूप से सभी उत्तीर्ण प्रतिभागियों को विभाग द्वारा जारी प्रमाण पत्र प्रदान किया. उन्होंने बताया कि सरकारी योजना के अनुसार कंप्यूटर के साथ-साथ लैंग्वेज स्किल एवं सॉफ्ट स्किल की ट्रेनिंग दी जाती है. प्रशिक्षण पाकर कई युवा नौकरी व स्वरोजगार के क्षेत्र में बेहतर कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि केंद्र से अब तक हजारों प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया गया है.
उत्साहित दिखीं छात्राएं
प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाण पत्र पाकर प्रतिभागी बालिकाएं काफी उत्साहित दिखीं. सितंबर बैच की ऋषिका कुमारी, रेशमा कुमारी, रिया कुमारी, काजल कुमारी, रेणुका कुमारी, जुली कुमारी, प्रीति कुमारी, सुगंधा कुमारी, परी कुमारी, मीना कुमारी, अंजली कुमारी, ईशा कुमारी, सृष्टि सोनी, सुप्रिया कुमारी तथा अक्टूबर बैच की आदित्या, शुभम, एंजेल, अनु एवं खुशी ने बताया कि मैट्रिक एवं इंटर की पढ़ाई के बाद हम सभी घरेलू कार्य में हाथ बढ़ाते थे. चौका- बर्तन करना हमारा नियमित कार्य था. ऐसे में कुशल युवा कार्यक्रम की जानकारी मिली तो हम सबों ने नामांकन कराया. प्रशिक्षण केंद्र पर आने के बाद प्रारंभिक दौर में कंप्यूटर सीखने काफी असहज महसूस हुआ, परंतु धीरे-धीरे जब पढ़ाई समझ में आने लगा तो काफी बेहतर लगा. आज ऐसा लगता है कि हम सब भी अपनी जीविकोपार्जन के लिए कुछ कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि इस दौरान कंप्यूटर के अलावा अंग्रेजी हिंदी संवाद एवं सॉफ्ट स्किल की भी जानकारी मिली.
इंटर पास बेरोजगार युवाओं को 24 महीने तक दिया जाता है प्रोत्साहन राशि
इस योजना के तहत 15 वर्ष से अधिक उम्र के युवाओं को तीन महीने के प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके लिए कम से कम मैट्रिक उत्तीर्ण होना जरूरी है. मैट्रिक उत्तीर्ण करने के बाद इंटर एवं स्नातक की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं. इतना ही नहीं 20 से 25 वर्ष तक के इंटर पास युवाओं को 24 माह तक प्रोत्साहन राशि दिया जाता है. वैसे युवा जो इंटर की पढ़ाई के बाद आगे की पढ़ाई छोड़ कर बेरोजगार बैठे हैं. उनके लिए प्रत्येक माह एक एक हजार रुपया दिए जाने का प्रावधान है. यह राशि सीधे युवाओं के खाते में भेजी जाती है. जिले में अब तक हजारों युवा इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. तीन महीने में युवाओं को कंप्यूटर, स्किल डेवलपमेंट एवं अंग्रेजी हिंदी संवाद की बेसिक जानकारी दी जाती है. स्थानीय स्तर पर सरकार द्वारा बेहतर कार्यक्रम चलाये जाने से छात्राओं को काफी सहूलियत हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
