Aurangabad News : एनटीपीसी की 4380 मेगावाट होगी उत्पादन क्षमता
एनटीपीसी बनेगा देश का दूसरा सबसे बड़ा Aurangabad News:बिजली पावर प्लांट, प्रधानमंत्री ने नवीनगर एनटीपीसी के स्टेज-2 निर्माण की रखी आधारशिला
औरंगाबाद शहर. नवीनगर एनटीपीसी में स्टेज-2 के तहत 800 मेगावाट की तीन यूनिट यानी 2400 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाला संयंत्र स्थापित किया जायेगा. इसी के साथ नवीनगर एनटीपीसी 4380 मेगावाट उत्पादन क्षमता हो जायेगी और यह देश का दूसरा सबसे बड़ा बिजली संयंत्र बन जायेगा. शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोहतास के क्रमगंज में आयोजित जनसभा से 48 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया. इन्हीं परियोजनाओं में औरंगाबाद जिले के नवीनगर स्थित एनटीपीसी के सुपर थर्मल पावर परियोजना के स्टेज-2 के निर्माण की आधारशिला भी शामिल है. लगभग 29,900 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस स्टेज-2 के अंतर्गत 800 मेगावाट की तीन यूनिट अर्थात कुल 2400 मेगावाट बिजली के उत्पादन क्षमता वाला संयंत्र स्थापित किया जायेगा. यह परियोजना आने वाले वर्षों में राज्य की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को मजबूत आधार देगी. इस अवसर पर नवीनगर एनटीपीसी परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें परियोजना के पदाधिकारी शामिल हुए.
तीनों यूनिट में से पहली इकाई से 2029 में शुरू होगा उत्पादन
स्टेज-2 के तहत 800-800 मेगावाट की तीन नई इकाइयों का निर्माण किया जायेगा. इसके साथ नवीनगर एनटीपीसी की कुल उत्पादन क्षमता 1980 मेगावाट (स्टेज-1) और 2400 मेगावाट (स्टेज-2) यानी कुल 4380 मेगावाट हो जायेगी. एनटीपीसी अधिकारियों के अनुसार स्टेज-2 का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जायेगा. वर्तमान में एनटीपीसी से 1980 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है, जिसमें से बिहार को 82.5 प्रतिशत यानी 1634 मेगावाट बिजली मिल रही है. स्टेज-2 के पूर्ण होते ही यह संयंत्र देश का दूसरा सबसे बड़ा थर्मल पॉवर प्लांट बन जायेगा. स्टेज-2 के अंतर्गत लगाई जाने वाली सभी इकाईयां अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी पर आधारित होंगी. इसमें बॉयलर का तापमान अधिक होता है जिससे कम कोयले में अधिक बिजली उत्पन्न की जा सकती है. इसके अलावा ड्राई बॉटम ऐश हैंडलिंग सिस्टम का प्रयोग होगा जिससे राख प्रबंधन में पानी की खपत घटेगी. ज्ञात हो कि स्टेज-2 की पहली यूनिट से अगस्त 2029 तक विद्युत उत्पादन शुरू हो जाएगा, जबकि शेष दो यूनिट आठ से 12 माह के अंतराल पर शुरू की जाएगी.
नौ अगस्त 2008 में शुरू हुई थी स्थापना
वर्ष 2009 में नौ अगस्त को एनटीपीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई नवीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की स्थापना हुई थी. प्रारंभ में यह एनटीपीसी की सहायक कंपनी थी, जिसका 2022 में एनटीपीसी में पूर्ण विलय कर दिया गया. जबकि स्टेज-1 का निर्माण 31 मार्च 2013 को आरंभ हुआ था. पहली यूनिट से छह अगस्त 2019 को वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हुआ था तो वहीं दूसरी यूनिट से 23 जुलाई 2021 एवं तीसरी यूनिट से उत्पादन एक जून 2022 को उत्पादन शुरू हुआ था.
कई राज्यों में हो रही बिजली आपूर्ति
स्टेज वन से बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम को बिजली आपूर्ति की जा रही है. वहीं स्टेज टू से बिहार, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पंजाब को बिजली आपूर्ति की जायेगी. स्टेज-2 के तहत नया संयंत्र भी मौजूदा प्लांट परिसर के भीतर ही विकसित किया जायेगा. नवीनगर एनटीपीसी का यह विस्तार केवल बिहार को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक कदम नहीं है, बल्कि यह देश के मानचित्र पर ऊर्जा केंद्र के रूप में स्थापित होगी.
बुनियादी सुविधाएं भी होंगी सुदृढ़
एनटीपीसी की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) नीति के तहत परियोजना लागत के अनुपात में सीएसआर पर होने वाला खर्च भी बढ़ेगा, जिससे औरंगाबाद जिले के शिक्षा, स्वास्थ्य, जल-प्रबंधन, सड़कों, कौशल विकास और बुनियादी सुविधाओं में ठोस सुधार होने की संभावना है. इसका लाभ स्थानीय ग्रामीण आबादी और पंचायतों को सीधे तौर पर मिलेगा. रोजगार और प्रशिक्षण के नए अवसर भी मिलेंगे. एनटीपीसी लिमिटेड देश की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादन कंपनी है, जो भारत की कुल बिजली जरूरत का एक-चौथाई हिस्सा अकेले पूरा करती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
