धीरज पांडेय की मौत की जांच करने घटनास्थल पर पहुंचे एसपी
ोबहां थाना क्षेत्र के मनी राय के टोला के पास फरवरी में हुई थी घटना
आरा.
धोबहां थाना क्षेत्र के मनी राय के टोला गांव के समीप फरवरी में कोईलवर थाना क्षेत्र के पचरूखिया कला निवासी सत्येंद्र पांडेय के पुत्र धीरज पांडेय की हत्या कर दी गयी थी. इस मामले की जांच करने एसपी मिस्टर राज घटनास्थल पर पहुंचे. थानाध्यक्ष वर्षा रानी के साथ घटनास्थल पर पहुंचे एसपी ने घूम-घूमकर हर एंगल से जायजा लिया. उन्होंने थानाध्यक्ष के साथ गहन मंथन भी की. बता दें कि 20 फरवरी की दोपहर धीरज पांडेय की मनी राय के टोला के पास मौत हो गयी थी. उस मामले में धीरज पांडेय के चचेरे भाई सूरज कांत पांडेय के आवेदन पर हत्या की नामजद प्राथमिकी में दर्ज करायी गयी थी. उसमें बालू माफिया गुड्डू राय सहित 11 लोगों को नामजद किया गया है. गुड्डू राय भी कोईलवर थाना क्षेत्र के राजापुर पचरूखिया गांव का रहनेवाला है. अन्य आरोपितों में गुड्डू राय का भाई कमाख्या राय, विक्रमा राय, नारायणपुर गांव के सोनू राय, मानाचक गांव निवासी सूरज राय, विकास राय, राजापुर पचरूखिया गांव निवासी रितेश राय, छपरा के डोरीगंज थाना क्षेत्र के चकिया गांव निवासी अमलेश राय उर्फ मजनू, चांदी थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी नीरज कुमार सिंह और बड़हरा थाना क्षेत्र के मनिछपरा गांव निवासी भीम कुमार शामिल हैं सभी पर लाठी डंडे और रॉड से पीटकर धीरज पांडेय की हत्या करने का आरोप लगाया गया है. प्राथमिकी में कहा गया था कि सूरज कांत पांडेय 19 फरवरी को अपने फुफा के घर कृष्णगढ़ थाना क्षेत्र के पीपरपांती गांव गया था. बीस फरवरी की दोपहर वह अपने चचेरे भाई धीरज पांडेय और फुफेरे भाई मिक्कू पांडेय के साथ लौट रहा था. एक बाइक पर अकेले था, जबकि दूसरी बाइक पर धीरज पांडेय और मिक्कू पांडेय सवार थे. धोबहा थाना क्षेत्र के बाइक सवार सभी अभियुक्तों द्वारा रोकने का इशारा किया गया. नहीं रोकने पर रॉड और लाठी-डंडे से जमकर पिटाई की गयी. अभियुक्तों द्वारा उसके चचेरे भाई धीरज पांडेय की मौत होने तक पिटाई की गयी. हालांकि शुरू में पुलिस सड़क हादसे में मौत होने की बात मान कर चल रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
