पांच सदस्यीय टीम करेगी मनरेगा की जांच

बोची पंचायत में मनरेगा घोटाले की पूर्व में हुई जांच में मिले थे 26 लाख की गड़बड़ी के संकेत मनरेगा के कार्यपालक अभियंता ने दिसंबर में सौंपा थ प्रतिवेदन प्रभात खबर ने प्रमुखता से छापी थी खबर अररिया : अररिया प्रखंड के बोची पंचायत में बीते साल मनरेगा की कुछ योजनाओं में करोड़ों के घोटाले […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 26, 2017 4:48 AM

बोची पंचायत में मनरेगा घोटाले की पूर्व में हुई जांच में मिले थे 26 लाख की गड़बड़ी के संकेत

मनरेगा के कार्यपालक अभियंता ने दिसंबर में सौंपा थ प्रतिवेदन
प्रभात खबर ने प्रमुखता से छापी थी खबर
अररिया : अररिया प्रखंड के बोची पंचायत में बीते साल मनरेगा की कुछ योजनाओं में करोड़ों के घोटाले की जांच के लिए आखिरकार जांच दल का गठन कर दिया गया है. जांच टीम का मुखिया डीआरडीए निदेशक को बनाया गया है. निदेशक सहित टीम में कुल पांच सदस्य शामिल किये गये हैं. हालांकि जिस प्रतिवेदन पर जांच दल का गठन किया गया है, वो बीते साल दिसंबर में ही सौंप दिया गया था. पर जांच को लेकर प्रशासनिक सक्रियता तब बढ़ी जब कुछ दिनों पहले प्रभात खबर ने इसे प्रमुखता से छापा.
गौरतलब है कि बोची पंचायत में वर्ष 2015-16 व 2016-17 की कुल 16 मनरेगा योजनाओं की जांच मनरेगा के कार्यपालक अभियंता ने की थी. दिसंबर 2016 में समर्पित जांच प्रतिवेदन में जांच पदाधिकारी ने कमोबेश 26 लाख की राशि गबन का अंदेशा जताया था. दिलचस्प बात ये है कि डीडीसी के आदेश में कार्यपालक अभियंता के जांच प्रतिवेदन को लेकर ही सवाल उठाया गया है. कहा गया है कि कार्यपालक अभियंता के निरीक्षण प्रतिवेदन व मनरेगा के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी की ओर से समर्पित प्रतिवेदन अंतर दिख रहा है. अनियमितता स्पष्ट नहीं हो रही है. लिहाजा जांच टीम का गठन किया जाता है. डीडीसी ने अपने आदेश में दोनों ही प्रतिवेदनों के आलोक में जांच कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया है. ज्ञपांक 568, दिनांक 16 मार्च द्वारा निर्गत आदेश के मुताबिक जांच दल में निदेशक के अलावा मनरेगा के सहायक अभियंता, कुर्साकांटा के कार्यक्रम पदाधिकारी, कनीय अभियंता दुर्गा प्रसाद व कुनैन अहमद को शामिल किया गया है.

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