विधानसभा उपचुनाव : जोकीहाट सीट से तस्लीमुद्दीन के छोटे बेटे शाहनवाज होंगे राजद के प्रत्याशी

अररिया / पूर्णिया : शाहनवाज आलम जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव में राजद के प्रत्याशी होंगे. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने उन्हें अपनी ओर से हरी झंडी दे दी है. शनिवार को रांची में लालू प्रसाद से मुलाकात के बाद शाहनवाज ने फोन पर टिकट मिलने की पुष्टि की है. शाहनवाज पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व मो तस्लीमुद्दीन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 5, 2018 7:31 PM

अररिया / पूर्णिया : शाहनवाज आलम जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव में राजद के प्रत्याशी होंगे. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने उन्हें अपनी ओर से हरी झंडी दे दी है. शनिवार को रांची में लालू प्रसाद से मुलाकात के बाद शाहनवाज ने फोन पर टिकट मिलने की पुष्टि की है. शाहनवाज पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व मो तस्लीमुद्दीन के सबसे छोटे पुत्र और अररिया लोकसभा के सांसद सरफराज आलम के छोटे भाई हैं. यह सीट जदयू विधायक सरफराज आलम के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी. सरफराज हाल ही में राजद के टिकट पर अररिया लोकसभा उपचुनाव लड़े थे, जहां उनकी जीत हुई थी. राजद की ओर से प्रत्याशी घोषणा के बाद से अररिया में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. अन्य पार्टियों में भी प्रत्याशी के चयन को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. चुनाव आयोग ने 28 मई को जोकीहाट उपचुनाव की तिथि तय की है.

वैसे तो अररिया लोकसभा उपचुनाव में सबसे बड़े भाई सरफराज आलम की जीत के बाद से ही शाहनवाज आलम को टिकट मिलना लगभग तय हो गया था, लेकिन हाल के दिनों में टिकट को लेकर तस्लीम के कुनबे में महाभारत शुरू हो गया था. चाचा शाहनवाज आलम तो पहले से दावेदार थे, जबकि भतीजा मो गुलाब अपने पिता सरफराज आलम की जीत से उत्साहित होकर जोकीहाट से विधायक बनने का सपना बुनने लगे थे. इस बात को लेकर परिवार में अंदर ही अंदर खींचातनी चल रही थी.

इससे पहले भी तस्लीमउद्दीन के इंतकाल के बाद उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी को लेकर भी तीनों भाइयों के बीच मनमुटाव हुआ था, लेकिन अंतिम फैसला मां पर छोड़ दिया गया था. इस बार भी यही हुआ. मां के लिए भी यह फैसला किसी धर्म संकट से कम नहीं था. एक तरफ बेटा तो दूसरी तरफ पोता. आखिरकार सोच-समझकर मां ने अपने सबसे छोटे बेटे को आशीर्वाद दिया. करीबी सूत्र बताते हैं कि मां का अंतिम फैसला सुनने के बाद ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने शाहनवाज आलम को पार्टी का टिकट देने पर राजी हुए.

सरपंच से सत्ता की शिखर पर पहुंचने वाले मो तस्लीमुद्दीन ने जोकीहाट विधानसभा से न केवल राजनीति की शुरुआत की थी, बल्कि सियासत में एक लंबी पारी भी खेली थी. जोकीहाट विधानसभा में कुल 14 चुनाव हुए हैं इनमें नौ बार तस्लीम और चार बार उनके पुत्र सरफराज आलम चुने गये हैं. अब इसी कड़ी में इस परिवार के तीसरे वारिस शाहनवाज आलम अपना भाग्य आजमाने आ रहे हैं.

यह भी पढ़ें-
बिहार के किसान अपने खेतों में वैज्ञानिकों से ज्यादा प्रयोग करते हैं, कृषि में बढ़ेगी सब्सिडी : नीतीश कुमार

Next Article

Exit mobile version