थाना व अस्पतालों का चक्कर लगाती रही रेप पीड़िता, पीएमसीएच ने गर्दनीबाग अस्पताल कर दिया रेफर

पटना : पालीगंज की रहने वाली 11 वर्षीय रेप पीड़ित बच्ची इलाज के अभाव में तड़तपी रही. गर्दनीबाग हॉस्पिटल से पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल तक बच्ची को सफर करना पड़ा. दरअसल पालीगंज में दुकान से सामान खरीदने गयी बच्ची के साथ दुकानदार ने रेप कर दिया. हालत खराब होने के बाद परिजन गुरुवार की रात […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 15, 2019 4:58 AM

पटना : पालीगंज की रहने वाली 11 वर्षीय रेप पीड़ित बच्ची इलाज के अभाव में तड़तपी रही. गर्दनीबाग हॉस्पिटल से पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल तक बच्ची को सफर करना पड़ा. दरअसल पालीगंज में दुकान से सामान खरीदने गयी बच्ची के साथ दुकानदार ने रेप कर दिया.

हालत खराब होने के बाद परिजन गुरुवार की रात पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाये, जहां रजिस्ट्रेशन पर्ची कटाने के बाद स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में बच्ची को भर्ती कराने के लिए परिजन लेकर गये. लेकिन परिजनों का आरोप है कि बच्ची को भर्ती तो दूर इलाज करने से महिला डॉक्टरों ने मना कर दिया.
पीएमसीएच ने गर्दनीबाग अस्पताल कर दिया रेफर
डॉक्टरों ने गर्दनीबाग में रेप पीड़ित बच्ची को नोडल अधिकारी होने की बात कह रेफर कर दिया. परिजनों की मानें तो गर्दनीबाग अस्पताल ने थाना को सूचित किया, फिर महिला थाने से पुलिस आयी और करीब दो घंटे कागजी प्रक्रिया पूरी करने में लगे. थाने से प्रक्रिया होने के बाद बच्ची का नॉर्मल इलाज हुआ, फिर वहां से बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. फिलहाल पीएमसीएच के स्त्री एवं प्रसूति वार्ड में भर्ती कर बच्ची का इलाज किया जा रहा है.
क्या कहते हैं अधीक्षक
गर्दनीबाग में रेप पीड़ित केस के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त हैं. इसको देखते हुए यहां के डॉक्टरों ने रेफर किया होगा. लेकिन यह गलत है. मुझे जब इसकी जानकारी मिली, तो मैंने जिम्मेदार डॉक्टरों को फटकार लगायी. साथ ही कहा कि अगर रेप पीड़ित कोई भी केस आता है, तो सबसे पहले इलाज किया जाये बाद में कागजी प्रक्रिया पूरी की जाये. अगर ऐसा नहीं होगा, तो अगली बार से कार्रवाई की जायेगी.
-डॉ राजीव रंजन प्रसाद, अधीक्षक, पीएमसीएच

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