इतिहास के पन्नों से : 36 साल पहले वेस्टइंडीज के सर विवियन रिचर्ड्स ने बनाया था अपना सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर

31 मई 1984. ये वो दिन है जब वनडे इतिहास का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बना था. ये स्कोर सर विवियन रिचर्ड्स ने बनाया था.

By Sameer Oraon | May 31, 2020 5:19 PM

31 मई 1984. ये वो दिन है जब वनडे इतिहास का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बना था. बात वेस्टइंडीज के 1984 की इंग्लैंड दौरे की है. यह मैच इंग्लैंड के ओल्ड टैफर्ड मैदान पर खेला गया था. मेहमान टीम वेस्टइंडीज ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन वेस्टइंडीज टीम की शुरूआत बेहद खराब रही और उनका पहला विकेट सिर्फ 5 रन के स्कोर पर गिर गया.

इस झटके से अभी वेस्टइंडीज की टीम उभरी भी नहीं थी कि 11 रन के स्कोर पर टीम को सर जोर्डेन के रूप में दूसरा झटका लगा. उसके बाद बल्लेबाजी करने के लिए आए सर विवियन रिचर्ड्स. उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ा कि उनकी टीम का 2 विकेट पहले ही गिर चुके हैं. उन्होंने आते के साथ ही अंग्रेजों की धुनाई शुरू कर दी और चौकों और छक्कों की बरसात कर डाली. हालांकि दूसरे छोर से उन्हें किसी भी तरह का दूसरे बल्लेबाजों से साथ नहीं मिल रहा था. वेस्टइंडीज ने सिर्फ 102 रन के स्कोर पर अपना 7 विकेट गंवा दिया था. ईएई बपटिस्ट नाम के खिलाड़ी ने सर विवियन रिचर्ड्स का अच्छा साथ दिया. हालांकि उनके खाते में सिर्फ 26 रन जुड़ा पाया लेकिन उन्होंने वेस्टइंडीज के गिरते हुए विकेटों के पतझड़ पर रोक लगा दिया था.

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लेकिन टीम का स्कोर जब 126 रन था तब ही वो रिचर्ड्स का साथ छोड़ कर चले गए. अंत में वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने रिचर्ड्स के साथ मिलकर उन्होंने टीम का स्कोर 200 के पार पहुंचा दिया. होल्डिंग ने अपनी पारी में सिर्फ 12 रन ही जोड़ पाए. लेकिन उन्होंने रिचर्ड्स का अच्छा साथ दिया. रिचर्ड्स इस दौरान ज्यादातर स्ट्राइक अपने पास ही रख रहे थे. अंत वो 189 रन बना कर नाबाद रहे जिसमें 21 छक्के और 5 चौके लगाए. इंडीज ने 55 ओवर में 9 विकेट पर 272 रनों का स्कोर खड़ा किया.

जवाबी पारी खेलने उतरी इंग्लैंड की टीम शुरुआत भी बेहद खराब रही और उन्होंने 7 रन के स्कोर पर पहला विकेट गंवा दिया. अंग्रेजों के भी लगातार विकेट गिरते चले गए और उनकी तरफ से कोई भी इंडीज के गेंदबाजों के सामने टिक कर नहीं खेल सका. सिर्फ एलन लैम्ब ही एकमात्र बल्लेबाज थे जो कैरिबियाई गेंदबाजों का डट कर मुकाबला कर सकें. इंग्लैंड की पूरी टीम 168 रन बना कर सिमट गयी.

आपको बता दें कि रिचर्ड्स से पहले सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर भारत के कपिल देव के नाम था जो उन्होंने 1983 वर्ल्ड कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ बनाया था. रिचर्ड्स का ये रिकॉर्ड पाकिस्तान के सइद अनवर ने तोड़ दिया था. लेकिन बाद में भारत के सचिन तेंडुलकर ने 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 200 रनों की पारी खेलकर अनवर का भी ये रिकॉर्ड तोड़ दिया था. अभी वनडे में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर रोहित शर्मा के नाम है जो उन्होंने 2014 में श्रीलंका के खिलाफ लगाया था.

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