सचिन की विदाई का काउंटडाउन शुरू

कोलकाता : विदाई टेस्ट सीरीज को लेकर बनी हाइप के बीच सचिन तेंडुलकर ने ईडन गार्डंस पर होनेवाले अपने 199वें टेस्ट मैच से पूर्व सोमवार को यहां जब अपने पहले अभ्यास सत्र के लिए आये, तो काफी शांत दिख रहे थे. नेट्स पर उनके अभ्यास में कुछ भी खास नहीं था और उन्होंने कुल 52 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 5, 2013 7:50 AM

कोलकाता : विदाई टेस्ट सीरीज को लेकर बनी हाइप के बीच सचिन तेंडुलकर ने ईडन गार्डंस पर होनेवाले अपने 199वें टेस्ट मैच से पूर्व सोमवार को यहां जब अपने पहले अभ्यास सत्र के लिए आये, तो काफी शांत दिख रहे थे. नेट्स पर उनके अभ्यास में कुछ भी खास नहीं था और उन्होंने कुल 52 मिनट तक बल्लेबाजी का अभ्यास किया.

सचिन तेंडुलकर ने सोमवार की सुबह दस बज कर 30 मिनट पर जैसे ही ईडन गार्डंस में प्रवेश किया, उन पर पुष्पवर्षा की गयी. यह स्टार बल्लेबाज मैदान पर उतरा और उन्होंने कोच डंकन फ्लैचर के साथ लंबी बातचीत की. सचिन तेंडुलकर ने पैड पहन कर अपनी बारी का पूरे धैर्य के साथ इंतजार किया, क्योंकि मुरली विजय और शिखर धवन तेज और स्पिन गेंदबाजों के लिए बनी दोनों पिचों पर अभ्यास कर रहे थे. आखिर में सचिन तेंडुलकर की बारी आयी.

उन्होंने दस मिनट तक तेज गेंदबाजी वाले विकेट पर अभ्यास किया. उन्हें भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी, इशांत शर्मा और उमेश यादव के अलावा स्थानीय गेंदबाजों ने गेंदबाजी की. तेंडुलकर ने बगलवाली नेट पर प्रज्ञान ओझा, रविचंद्रन अश्विन और मुरली विजय की गेंदों के सामने अधिक अभ्यास किया. इसके बाद उन्होंने विकेट को देखा और फिर थ्रोडाउन के अभ्यास के लिए फिर से नेट्स पर चले गये.

उन्होंने कैचिंग के अभ्यास के साथ सत्र का अंत किया. इस ढाई घंटे के अभ्यास सत्र की अन्य विशेषता कोच फ्लैचर का धवन के साथ बिताया गया समय रहा जो आधे घंटे से अधिक समय तक चला. ऐसा लग रहा था कि फ्लैचर उन्हें बल्लेबाजी की बारीकियों से अवगत करा रहे थे और धवन चुपचाप उनकी बात सुन रहे थे. बंगाल क्रिकेट संघ (कैब)ने तेंडुलकर के शानदार स्वागत की तैयारियां कर रखी थी. इस 40 वर्षीय स्टार बल्लेबाज ने जैसे ही टीम बस से बाहर कदम रखा, तो उनकी नजर अपनी पांच फुट चार इंच लंबी प्रतिमा पर पड़ी.

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन की तेंडुलकर को लेकर की गयी टिप्पणी : मैंने भगवान देखा है, वह भारत की तरफ से चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आता है, को भारतीय ड्रेसिंग रूम के ऊपर प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है. इसके अलावा दरवाजे के करीब वैक्स की प्रतिमा लगायी गयी है. यह प्रतिमा मैडम तुसांद जैसे बेहतरीन नहीं हो, लेकिन तेंडुलकर अभ्यास सत्र के बाद कुछ समय के लिए इसके करीब खड़े हुए.

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