‘चेस्ट ऑन स्टान्स’ को अपना सकते हैं तेंदुलकर:अजहर

पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने सचिन तेंदुलकर को तेज गेंदबाजों का सामना करते समय ‘चेस्ट आन स्टान्स’ अपनाने की सलाह दी है. तेंदुलकर हाल के समय में अंदर की तरफ आने वाली तेज गेंदों पर बोल्ड हो गये थे जिसके बाद अजहर ने उन्हें बल्लेबाजी में बदलाव की यह सलाह दी. अजहरुद्दीन का मानना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 19, 2013 4:04 PM

पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने सचिन तेंदुलकर को तेज गेंदबाजों का सामना करते समय ‘चेस्ट आन स्टान्स’ अपनाने की सलाह दी है. तेंदुलकर हाल के समय में अंदर की तरफ आने वाली तेज गेंदों पर बोल्ड हो गये थे जिसके बाद अजहर ने उन्हें बल्लेबाजी में बदलाव की यह सलाह दी. अजहरुद्दीन का मानना है कि चेस्ट आन स्टान्स से तेंदुलकर को गेंद की स्विंग को समझने का थोड़ा अतिरिक्त समय मिल जाएगा और इस तरह के बदलाव से उन्हें दक्षिण अफ्रीका की उछाल वाली पिचों पर मदद मिल सकती है जहां भारत को अगली टेस्ट श्रृंखला खेलनी है.

इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘प्रत्येक की स्टान्स का अपना तरीका होता है लेकिन मेरा मानना है कि तेंदुलकर को चेस्ट आन स्टान्स अपनाना चाहिए जिससे वह तेज गेंदबाजों को आसानी से खेल सकते हैं. उम्र बढ़ने के साथ रिफलेक्सन कमजोर पड़ जाते है लेकिन यदि आपके पास तेंदुलकर जैसी तकनीक हो तो आप इससे उबर सकते हो. ’’ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके तेंदुलकर पिछली 37 पारियों में आठ बार बोल्ड और दस बार एलबीडब्ल्यू आउट हुए.

अपने करियर में 99 टेस्ट और 334 वनडे मैच खेलने वाले अजहर ने कहा, ‘‘साइड आन स्टान्स से आप गेंद को केवल एक आंख से देख सकते हो लेकिन चेस्ट आन स्टान्स से आपको दोनों आंखों से गेंद का आकलन करने में मदद मिलती है. इससे कोई बल्लेबाज स्विंग भी अच्छी तरह खेल सकता है. मैं समझता हूं कि तेंदुलकर को इससे इनस्विंगर खेलने में आसानी होगी. कुछ रन बनाने के बाद वह फिर से अपने साइड आन स्टान्स को अपना सकता है. ’’

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