वेस्टइंडीज ने भारत दौरा रद्द किया, श्रीलंका खेलेगा पांच वनडे

नयी दिल्ली : वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम अपने बोर्ड के साथ भुगतान विवाद के चलते आज भारत के मौजूदा दौरे से हट गयी जिसकी बीसीसीआइ ने तुरंत ही भरपायी करते हुए श्रीलंका को पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला खेलने के लिये मना दिया. वेस्टइंडीज की टीम अपने बोर्ड से भुगतान मामले को लेकर नाराज हो गयी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2014 5:21 PM

नयी दिल्ली : वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम अपने बोर्ड के साथ भुगतान विवाद के चलते आज भारत के मौजूदा दौरे से हट गयी जिसकी बीसीसीआइ ने तुरंत ही भरपायी करते हुए श्रीलंका को पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला खेलने के लिये मना दिया. वेस्टइंडीज की टीम अपने बोर्ड से भुगतान मामले को लेकर नाराज हो गयी है और भारत के साथ चल रही सीरीज को बीच में छोड़ने का फैसला ले लिया है. अब भारत और वेस्‍टइंडीज के बीच पांचवां और आखिरी वनडे नहीं हो पायेगा.

बीसीसीआइ ने वेस्‍टइंडीज की टीम के इस फैसले से नाराजगी जाहीर की है. लेकिन खिलाड़ी अपनी बातों पर अड़े हुए हैं.बोर्ड के साथ हुए विवाद के खिलाफ पूरी वेस्टइंडीज की टीम अपने कप्तान ब्रावो के साथ खड़ी है. इसका सबूत देने के लिए आज जब चौथे एकदिवसीय मैच के लिए टॉस हो रहा था, तो पूरी टीम ग्राउंड पर मौजूद थी, जबकि अमूमन ऐसा होता नहीं है. सिर्फ दोनों टीमों के कप्तान ही टॉस के दौरान मौजूद रहते हैं.

चौथे एकदिवसीय मैच के दौरान ही यह खबर आयी कि वेस्ट इंडीज की टीम अपना दौरा पूरा नहीं करेगी और वापस जायेगी. ज्ञात हो कि अभी भारत को एक और एकदिवसीय मैच खेलना था और ट्वेंटी-20 भी खेला जाना था. साथ ही टेस्ट मैच भी खेला जाना था.

गौरतलब है कि जब से सीरिज शुरू हुई है वेस्ट इंडीज की टीम मैच फीस को लेकर अपने क्रिकेट बोर्ड से नाराज चल रही है. पहले मैच के दौरान भी ऐसी खबरें आ रहीं थी कि टीम मैच नहीं खेलेगी. वेस्ट इंडीज की टीम ने अभ्यास भी नहीं किया था.

अंतिम समय तक मैच को लेकर कयास लगाये जा रहे थे, लेकिन अंतत: पहला मैच अपने निर्धारित समय पर शुरू हुआ था. आज भी मैच को लेकर दुविधा की स्थिति थी और अंतत: वेस्ट इंडीज टीम का यह फैसला सामने आया है.

वेस्ट इंडीज टीम के फैसले के बाद बीसीसीआई ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से इस अधूरे सीरिज को पूरा की पेशकश की है. अगर श्रीलंकन बोर्ड यह फैसला स्वीकार कर लेती है,तो भारतीय क्रिकेट टीम श्रीलंका के साथ मैच खेलकर इस दौरे को पूरा करेगी.
बीसीसीआइ नाराज
बीसीसीआइ सचिव संजय पटेल ने कहा, वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ( डब्ल्यूआइसीबी) ने खिलाडियों के साथ विवाद के कारण भारत का वर्तमान दौरा रद्द करने के फैसले से बीसीसीआइ को अवगत करा दिया है. उसने बीसीसीआई से कहा है कि उसके खिलाडी शीघ्र ही स्वदेश लौट जाएंगे.
पटेल ने कहा, डब्ल्यूआइसीबी ने इसका कारण अपने खिलाडियों के बीच आंतरिक मुद्दे बताये. बीसीसीआइ अब आइसीसी के पास जाएगा. हमारी योजना डब्ल्यूआइसीबी के खिलाफ मामला दर्ज और नुकसान की भरपायी का दावा करने की है. हम इस मामले को यूं ही नहीं छोड़ेंगे क्योंकि हमने उनके साथ प्रत्येक मसले पर सहयोग किया था.
बीसीसीआइ ने कडे शब्दों वाला बयान जारी करके कहा, बीसीसीआइ डब्ल्यूआइसीबी के फैसले से हैरान और बहुत अधिक निराश है. डब्ल्यूआइसीबी का अपने खिलाडियों के साथ आंतरिक मसलों को सुलझाने की अक्षमता और इसका असर वर्तमान द्विपक्षीय श्रृंखला पर पडने देना इससे जुडे किसी भी व्यक्ति को नागवार गुजरा. श्रृंखला रद्द करने का फैसला करते समय खेल के भविष्य, खिलाडियों तथा बीसीसीआई और डब्ल्यूआइसीबी के लंबे समय से चले आ रहे रिश्तों के बारे में नहीं सोचा गया.
इस अचानक घटे घटनाक्रम के कुछ घंटों बाद ही बीसीसीआइ श्रीलंका को पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला खेलने के लिये मनाने में सफल रहा जिसके मैच एक से 15 नवंबर के बीच खेले जाने की संभावना है. बीसीसीआइ के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने वाले विश्व कप को ध्यान में रखते हुए केवल वनडे खेलने का फैसला किया गया.
अधिकारी ने कहा, इतने कम समय में टेस्ट श्रृंखला का कार्यक्रम तय करना मुश्किल था क्योंकि टीम को जल्द ही ऑस्ट्रेलिया रवाना होना है. इसलिए वनडे श्रृंखला का फैसला किया गया जिससे टीम को विश्व कप में मदद मिलेगी. वेस्टइंडीज के हटने से जिन मैच स्थलों कोलकाता, कटक, हैदराबाद, बेंगलूर और अहमदाबाद को नुकसान हुआ, उन्हें ही वनडे की मेजबानी सौंपी जा सकती है. बीसीसीआइ अगले कुछ दिनों में कार्यक्रम घोषित कर देगा. इससे पहले बीसीसीआइ ने साफ किया कि वचनबद्धता का सम्मान करने की कई अपीलों के बावजूद वेस्टइंडीज बोर्ड और उसके खिलाडियों ने यह एकतरफा फैसला किया.
पटेल ने कहा, बीसीसीआइ अपने सभी साझेदारों विशेषकर भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशंसकों को बताना चाहता है कि यह डब्ल्यूआईसीबी और उसके खिलाडियों का एकतरफा फैसला है जबकि डब्ल्यूआइसीबी से श्रृंखला पूरी करने की उसकी प्रतिबद्धता का पूरा सम्मान करने के लिये कई अपील की गयी थी. उन्होंने कहा, बीसीसीआइ अपने अधिकारों की रक्षा के लिये सभी उपलब्ध विकल्पों पर विचार करेगा जबकि आइसीसी से इस पर उचित कार्रवाई भी चाहेगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इस तरह की अविवेकपूर्ण हरकतों से इसके हितों और खेल को नुकसान नहीं हो.
बीसीसीआइ संयुक्त सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा, दौरा खत्म हो गया. मेरे मनाने के बाद ही वे आज का मैच खेलने के लिये तैयार हुए. वे नहीं खेलने पर आमादा हैं और कल स्वदेश लौट जाएंगे.वेस्टइंडीज को कोलकाता में सोमवार को एक और वनडे मैच खेलना था और इसके बाद 22 अक्तूबर को कटक में टी20 मैच होना था. सीमित ओवरों की श्रृंखला के बाद तीन टेस्ट मैच हैदराबाद : 30 अक्तूबर से तीन नवंबर :, बेंगलूर : सात से 11 नवंबर : और अहमदाबाद : 15 से 19 नवंबर : खेले जाने थे.
कैरेबियाई खिलाडियों का इस तरह से प्रतिघात करने का व्यापक असर पड सकता है क्योंकि इनमें से अधिकतर खिलाडी बीसीसीआई के टूर्नामेंट आइपीएल में खेलते हैं और यहां काफी लोकप्रिय हैं. असल में कोच्चि में खेले गये पहले वनडे की पूर्व संध्या पर ही यह संकट पैदा हो गया था जब खिलाडियों ने डब्ल्यूआइसीबी द्वारा उन्हें सौंपे गये अनुबंध के विरोध में मैच का बहिष्कार करने की धमकी दी.
खिलाड़ी हालांकि मैच में खेले लेकिन उन्होंने साफ कर दिया कि उनके इस फैसले से यह नहीं मान लेना चाहिए कि उन्होंने डब्ल्यूआईसीबी की शर्तों को मान लिया है. ब्रावो ने खिलाडियों के संघ के प्रमुख वावेल हाइंड्स को पत्र लिखा जिसमें उन्होंने कहा, खिलाड़ी ऐसा कोई समझौता स्वीकार नहीं करेंगे जो उनकी सहमति के बिना किया गया है. हम इस मामले में स्वतंत्र सलाह लेंगे और सर्वश्रेष्ठ कार्रवाई करेंगे.
ब्रावो ने कहा , हम वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के सामने रखी गई अपनी बात को दोहराना चाहते हैं कि खिलाडियों और बोर्ड के बीच नया करार होने तक हम पुराने ढांचे को ही मानेंगे. इससे बोर्ड या खिलाड़ी कोई भी नुकसान में नहीं रहेंगे क्योंकि दोनों पक्षों की सहमति से यह करार हुआ था. नये करार के अनुसार खिलाडियों के वेतन में 75 प्रतिशत की कटौती हो रही थी. खिलाडियों के भारत पहुंचने के बाद ये करार दिये गए.
खिलाडियों ने दावा किया कि हाइंड्स ने उनके साथ छल किया है और वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के साथ पिछले महीने नये सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करते वक्त उनकी राय नहीं ली. इस सहमति पत्र के तहत उनकी तनख्वाह में भारी कटौती की गई है. समझौते के अनुसार खिलाडियों को पता चला है कि उनकी टेस्ट, वनडे और टी20 की फीस में 75 प्रतिशत कटौती कर दी गयी है. इसके अलावा अन्य स्रोतों से मिलने वाली धनराशि में भी भारी कटौती की गयी है.