रिकी पोंटिंग यानी आस्ट्रेलियाई क्रिकेट का स्वर्ण युग

‘रिकी पोंटिंग’, यह नाम सिर्फ आस्ट्रेलियाई क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि विश्व क्रिकेट का भी ऐसा नाम है, जिसकी तरह हो जाने का सपना हर युवा क्रिकेटर देखता है. रिकी पोंटिंग को आस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक माना जाता है, इनके नाम कई ऐसे रिकॉर्ड हैं जिनकी बराबरी करने और उसे तोड़ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2017 4:40 PM

‘रिकी पोंटिंग’, यह नाम सिर्फ आस्ट्रेलियाई क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि विश्व क्रिकेट का भी ऐसा नाम है, जिसकी तरह हो जाने का सपना हर युवा क्रिकेटर देखता है. रिकी पोंटिंग को आस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक माना जाता है, इनके नाम कई ऐसे रिकॉर्ड हैं जिनकी बराबरी करने और उसे तोड़ने का सपना हर क्रिकेटर देखता है. टेस्ट कैरियर में उनसे ज्यादा रन बनाने वाले सिर्फ सचिन तेंदुलकर हैं, जबकि एकदिवसीय मैचों में उनका स्थान तीसरा है, सचिन और कुमार संगकारा के बाद.

दो बार अपने देश को दिलाया विश्वकप
रिकी पोंटिंग ने अपने देश को बार वर्ष 2003 और 2007 में विश्व विजेता बनाया है. रिकी पोंटिंग जब आस्ट्रेलिया के कप्तान थे, आस्ट्रेलियाई क्रिकेट अपने स्वर्ण युग में जी रहा था. वे वर्ष 2004 से 2011 तक टीम के कप्तान रहे.
एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक जीत का रिकॉर्ड
रिकी पोंटिंग को एकदिवसीय मैचों में विश्व का सबसे सफल कप्तान माना जाता है. उन्होंने अपने कप्तानी में 230 मैच खेले हैं जिनमें जीत का प्रतिशत 71.7 है. सिर्फ एकदिवसीय मैचों में ही नहीं पोंटिंग टेस्ट क्रिकेट में भी सर्वाधिक सफल कप्तानों में से एक माने जाते हैं.

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