36 के हुए धौनी, दोराहे पर पहुंचा करियर
नयी दिल्ली : आप अच्छा कर रहे हैं तो उम्र सिर्फ एक संख्या है लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो खेल में 36 बरस की उम्र हमेशा क्षमता को लेकर कुछ संदेह पैदा करती है. पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धौनी अपने बेहतरीन करियर में जब 300 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने से सिर्फ चार […]
नयी दिल्ली : आप अच्छा कर रहे हैं तो उम्र सिर्फ एक संख्या है लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो खेल में 36 बरस की उम्र हमेशा क्षमता को लेकर कुछ संदेह पैदा करती है. पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धौनी अपने बेहतरीन करियर में जब 300 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने से सिर्फ चार मैच दूर हैं तब वह दोराहे पर खड़े हैं.
खेल के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर में शामिल धौनी ने अपने 13 साल के एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय करियर की संभवत: सबसे बदतर पारी खेली जब वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने 114 गेंद में 54 रन बनाए और टीम 190 रन के लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई. नार्थ साउंड में खेली धौनी की इस पारी ने बेशक कुछ सवाल खड़े किए. कुछ सवालों के जवाब तो क्रिकेट प्रेमियों के पास मौजूद हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण सवाल का जवाब वह स्वयं ही दे सकते हैं.
आखिर अब और क्या साबित करें ‘कैप्टन कूल’ महेंद्र सिंह धौनी?
सवाल यह है कि क्या 2019 विश्व कप में 38 साल की उम्र में वह भारत के लिए मैच जीत सकते हैं. इसका जवाब सिर्फ धौनी के पास है. हाल के समय में धौनी के बल्लेबाजी में संघर्ष करने से लगता है कि फिनिशर की उनकी क्षमता में गिरावट आई है. लेकिन अगर यह पूछा जाए कि क्या वह अब भी सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर और टीम के सबसे फिट खिलाडियों में से एक हैं जो इसका जवाब भी निश्चित तौर पर हां होगा.
सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत के महान खिलाडयिों में शामिल धौनी को लेकर यह अजीब सी स्थिति है. वह कुछ मैच जिता सकते हैं, विकेट के पीछे अपनी चपलता से वह शानदार हैं लेकिन क्या यह कप्तान कोहली को समझाने के लिए पर्याप्त होगा कि वह ब्रिटेन में होने वाले विश्व कप से पूर्व उन्हें 45 मैच और खेलने का मौका दे.
