Utpanna Ekadashi 2022 Totke: कल है उत्पन्ना एकादशी, इस दिन करें ये टोटके, लक्ष्मी मां की बरसेगी कृपा

Utpanna Ekadashi 2022 Totke: 20 नवंबर को इस साल उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखा जाएगा. धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन स्वयं माता एकादशी को आशीर्वाद दिया था. शास्त्रों में कहा गया है कि एकादशी के दिन व्रत करना चाहिए. इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी एवं तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है.

By Shaurya Punj | November 19, 2022 2:57 PM

Utpanna Ekadashi 2022 Totke: कल यानी 20 नवंबर को इस साल उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखा जाएगा. धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन स्वयं माता एकादशी को आशीर्वाद दिया था और इस व्रत को महान व पूज्नीय बताया था. कहा जाता है कि उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखने से मनुष्य के पूर्वजन्म और वर्तमान दोनों जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं.

ऐसे करें उत्पन्ना एकादशी का व्रत एवं पूजा (Ekadashi Vrat Puja Vidhi)

शास्त्रों में कहा गया है कि एकादशी के दिन व्रत करना चाहिए. इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी एवं तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है. संभव हो तो अपने निकट के किसी विष्णु मंदिर में जाएं अथवा लक्ष्मीनारायण मंदिर में जाकर भगवान के दर्शन अवश्य करें. इससे व्यक्ति की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस दिन आर्थिक समृद्धि पाने हेतु हेतु हवन एवं पूजा भी की जाती है. एकादशी का व्रत करने वाले लोगों को इस दिन भिखारियों को यथाशक्ति भोजन, वस्त्र आदि भी दान देना चाहिए. गाय को चारा डालने से भी सौभाग्य मिलता है.

उत्पन्ना एकादशी व्रत की पूजा विधि

अन्य एकादशी व्रत की तरह उत्पन्ना एकादशी व्रत का पूजा विधान भी एक समान है, जो कि इस प्रकार है:

1.  एकादशी व्रत रखने वाले व्यक्ति को एक दिन पूर्व यानि दशमी की रात्रि में भोजन नहीं करना चाहिए.
2.  एकादशी के दिन प्रात:काल उठकर स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए. इसके बाद भगवान विष्णु का पूजन करना चाहिए और उन्हें पुष्प, जल, धूप, दीप, अक्षत अर्पित करना चाहिए.
3.  इस दिन केवल फलों का ही भोग लगाना चाहिए और समय-समय पर भगवान विष्णु का सुमिरन करना चाहिए. रात्रि में पूजन के बाद जागरण करना चाहिए.
4.  अगले दिन द्वादशी को पारण करना चाहिए. किसी जरुरतमंद व्यक्ति या ब्राह्मण को भोजन व दान-दक्षिणा देना चाहिए. इसके बाद स्वयं को भोजन ग्रहण करके व्रत खोलना चाहिए.

उत्पन्ना एकादशी  पर करें

अगर आपके घर से रोग खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है, तो आपको तुलसी के जड़ से थोड़ा सा मिट्टी लेकर उसे शरीर में लगाएं और फिर स्नान कर लें. उसके बाद पीले वस्त्र धारण कर भगवान विष्णु की अराधना करें.

अगर आपके घर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, तो ऐसे में इसे कम करने के लिए आपको भगवान विष्णु का पूजा करते समय दस मुखी रुद्राक्ष की भी पूजा करें, इससे घर में चारों तरफ सकारात्मकता बनीं रहेगी.

यदि धन की कमी से जूझ रहे हैं तो एकादशी के दिन भगवान लक्ष्मीनारायण का केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करना चाहिए. इससे गरीबी दूर होती है और आय के नए स्रोत खुलते हैं.

घर से नेगेटिव एनर्जी दूर करने के लिए एकादशी के दिन यह उपाय करें. रात को सोते समय घर के सभी कमरों में अलग-अलग लगभग 100 ग्राम सेंधा नमक एक अखबार पर रख दें. सुबह उस अखबार सहित नमक को उठा कर घर से दूर किसी गंदे नाले में फेंक दें और बिना पीछे देखे घर लौट आएं. इससे घर में मौजूद सभी तरह की नेगेटिव एनर्जी हमेशा के लिए घर से दूर हो जाती है.

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