Sunday Vrat Niyam: कैसे करें सूर्य देव की कृपा प्राप्त? जानें रविवार व्रत के नियम

Ravivar Vrat Niyam: रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित माना जाता है. इस दिन किया गया व्रत न सिर्फ स्वास्थ्य और ऊर्जा बढ़ाता है, बल्कि जीवन में सम्मान, सफलता और खुशहाली भी लाता है. धर्मग्रंथों में रविवार व्रत को बेहद शुभ और फलदायी बताया गया है. आइए जानते हैं रविवार व्रत के जरूरी नियम.

By JayshreeAnand | November 16, 2025 7:30 AM

Sunday Vrat Niyam: रविवार का व्रत मुख्य रूप से सूर्य देव को समर्पित माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह व्रत व्यक्ति के जीवन में स्वास्थ्य, ऊर्जा और सम्मान बढ़ाने वाला माना गया है. कई पुराणों में उल्लेख मिलता है कि रविवार के दिन सूर्य देव की विशेष पूजा करने से ग्रहों का प्रभाव संतुलित होता है और कार्यों में सफलता की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए इस दिन श्रद्धा और नियमों के साथ व्रत रखने पर मनोवैज्ञानिक ऊर्जा भी बढ़ती है और घर-परिवार में सकारात्मकता बनी रहती है.

रविवार व्रत के मुख्य नियम

सूर्योदय से पहले जागें: रविवार व्रत रखने वाले व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर स्वच्छ होकर सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए. तांबे के लोटे में जल, लाल फूल और अक्षत मिलाकर अर्घ्य देना सबसे शुभ माना जाता है.

नमक और तेल का परहेज: रविवार व्रत में नमक, तेल और तले हुए खाने से बचने का नियम बताया गया है. फल और हल्का भोजन किया जा सकता है. नमक का परहेज सूर्य दोष को कम करता है.

लाल वस्त्र व लाल फूल का प्रयोग: पूजा में लाल रंग के फूल, कपड़े और चावल का उपयोग शुभ माना जाता है. यह सूर्य देव की कृपा शीघ्र प्राप्त करवाता है.

सूर्य मंत्र या आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ: व्रत के दौरान ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ मंत्र का जप और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ बेहद शुभ माना जाता है. इससे मानसिक शक्ति और ऊर्जा बढ़ती है.

जरूरतमंद को लाल वस्त्र या मीठा दान: रविवार के दिन गरीबों को लाल वस्त्र, गेहूं का दान करने से सूर्य दोष कम होता है और जीवन में तेज बढ़ता है.

काट-छांट, घर में झगड़ा और भारी काम से बचें: धर्म में कहा गया है कि रविवार को नाखून-कटिंग, बाल कटवाना, जोर-शोर के काम और झगड़ों से दूर रहना चाहिए. इससे व्रत का फल कम हो जाता है.

रविवार व्रत में क्या खाएं और क्या नहीं?

रविवार व्रत में हल्का और सात्त्विक भोजन करने का नियम है. भोजन में फल, दूध, खीर, साबूदाना या मीठा रखा जा सकता है.

तला हुआ भोजन, नमक, तेल और मसालेदार चीजों का सेवन पूरी तरह वर्जित है.

घर की ऊर्जा बढ़ाने के उपाय

रविवार को घर की पूर्व दिशा में दीपक जलाने से सूर्य देव की सकारात्मक ऊर्जा पूरे घर में फैलती है.

साथ ही इस दिन घर में झाड़ू लगाना शुभ माना जाता है, लेकिन पोछा लगाने से परहेज करने की सलाह दी जाती है.

सूर्य देव की पूजा किस दिशा में करें?

सूर्य देव की पूजा पूर्व दिशा की ओर मुख करके करनी चाहिए.

सूर्य अर्घ्य देते समय सीधे सूर्य की ओर देखना शुभ माना जाता है, और यह आंखों के लिए भी लाभकारी है.

रविवार व्रत कितने समय तक करना चाहिए?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रविवार व्रत कम से कम 12 रविवार तक या मनोकामना पूर्ति तक रखा जा सकता है.

नियमित व्रत रखने से नौकरी, प्रमोशन, स्वास्थ्य और आत्मविश्वास पर विशेष लाभ होता है.

सूर्य देव किसे अधिक फल देते हैं?

रविवार व्रत उन लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी है जिनकी कुंडली में सूर्य कमजोर हो, आत्मविश्वास की कमी हो, सरकारी काम अटक रहे हों या पिता के साथ संबंध मधुर न हों.

रविवार को क्या नहीं करना चाहिए?

काले कपड़े न पहनें.

  • झूठ न बोलें.
  • घर में कोई भारी वस्तु न खरीदें.
  • लोहे की चीजें खरीदना वर्जित माना गया है.

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