Shani Dosh: जीवन में हर व्यक्ति शनि दोष से होते है प्रभावित, जानें शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए क्या है महाउपाय

Shani Dosh: भगवान सूर्य और देवी छाया के पुत्र शनिदेव को क्रूर ग्रह माना जाता है. लेकिन न्यायप्रिय देवता शनि अच्छे कर्म करने वाले लोगों को सुखद व बुरे कर्म करने वालों को बुरा फल देते है. हर व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी शनि की दशा जरूर आती है. हर तीस साल पर शनि विभिन्न राशियों में भ्रमण करते हुए फिर से उसी राशि में लौटकर आ जाते है, जहां से वह चला होता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2020 1:05 PM

Shani Dosh: भगवान सूर्य और देवी छाया के पुत्र शनिदेव को क्रूर ग्रह माना जाता है. लेकिन न्यायप्रिय देवता शनि अच्छे कर्म करने वाले लोगों को सुखद व बुरे कर्म करने वालों को बुरा फल देते है. हर व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी शनि की दशा जरूर आती है. हर तीस साल पर शनि विभिन्न राशियों में भ्रमण करते हुए फिर से उसी राशि में लौटकर आ जाते है, जहां से वह चला होता है. शनि जब व्यक्ति की राशि से एक राशि पीछे आते है तब साढ़ेसाती शुरू हो जाती है. इस समय शनि पिछले तीस साल में किए गए कर्मों एवं पूर्व जन्म के संचित कर्मों का फल देता है.

वर्तमान समय में यदि कोई व्यक्ति सबसे अधिक किसी ग्रह से डरता है तो वह शनिदेव हैं. सूर्यपुत्र शनि का नाम जेहन में आते ही तमाम तरह के अनिष्ट की आशंका से मन घबराने लगता है. हालांकि धीमी गति से चलने वाला शनि अत्यंत दार्शनिक एवं आध्यात्मिक प्रवृत्ति के देवता हैं. शनिदेव व्यक्ति को कई तरह की अग्नि परीक्षा से गुजार कर सोने की तरह चमका देते हैं.

कुंडली में शनि के शुभ स्थान पर होने पर वे व्यक्ति को अपार संपत्ति और मान-सम्मान ​मिलता है. वहीं अशुभ स्थान पर भारी नुकसान पहुंचाते हैं. शनि शुभ हों तो व्यक्ति का मकान बनवा देते हैं, लेकिन अशुभ हो तो मकान तक बिकवा देते हैं. आइए जानते हैं ​शनिदेव के उन महाउपायों को जिन्हें करने व्यक्ति शनि के दोष से मुक्त होता है और उसके सारे कार्य बनने लगते हैं…

माता-पिता का आदर करें

शनि की कृपा पानी हो तो सबसे पहले आपको अपने माता-पिता का आदर करना होगा. उनकी सेवा करनी होगी. यदि वे दूर हों तो आप उनके चित्र को प्रणाम करें. फोन करके प्रतिदिन आशीर्वद लें. शनि का यह उपाय आपको चमत्कारिक रूप से लाभ दिलाएगा.

नीलम रत्न धारण करें

यदि आपके ऊपर श​नि की ढैय्या या साढ़ेसाती चल रही है और आप शनि के द्वारा मिल रहे कष्टों से परेशान हैं तो आपको किसी ज्योतिषी से सलाह लेकर नीलम या नीली रत्न धारण करना चाहिए. यदि आप इसे न ले सकें तो शमी की जड़ को काले कपड़े में बांधकर बाजू में धारण करें.

शनि के मंत्र का करें जाप

शनि के दोष को दूर करने के लिए प्रतिदिन शनि के मंत्र ”ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनिश्चराय नम:” का प्रतिदिन कम से कम तीन माला जप करें.

इन चीजों के दान करने का है खास महत्व

शनि संबंधी परेशानियों को दूर करने के लिए शनि का दान एक प्रभावी उपाय है. शनि की कृपा पाने के लिए आप लोहा, काला तिल, उड़द, कुलथी, कस्तूरी, काले कपड़े, काले जूते, चाय की पत्ती, आदि दान कर सकते है.

शनिवार के दिन इस नियम का करें पालन

शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के चारों ओर सात बार कच्चा सूत लपेटें. सूत लपेटते समय शनि के मंत्र का जाप करते रहें. इसके बाद दीपदान करें. साथ ही शनिवार के दिन में केवल एक बार नमक-मसाला रहित सादा भोजन करें या खिचड़ी बनाकर खाएं.

इस उपाय से शनिदेव होंगे प्रसन्न

प्रत्येक काले कुत्ते को तेल में चुपड़ी रोटी और मिठाई खिलाएं. यदि यह उपाय संभव न हो तो काले कुत्ते को बिस्कुट खिलाएं. इसी तरह काली गाय की सेवा से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं और उनसे होने वाले दोष दूर होते हैं.

शनि के दोषों को दूर करेंगे हनुमान

शनि संबंधी दोषों को दूर करने के लिए हनुमान जी साधना रामबाण साबित होती है. यदि शनि की ढैय्या या साढ़ेसाती से परेशान चल रहे हैं तो प्रतिदिन हनुमान जी की साधना-आराधना करें. मंगलवार और शनिवार के दिन विशेष रूप से सुंदरकांड का पाठ करें और हनुमान जी को सिंदूर का चोला चढ़ाएं.

News posted by : Radheshyam kushwaha

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