Sakat Chauth 2022: इस दिन मनाया जाएगा सकट चौथ, बन रहा है विशिष्ट संयोग, जानें शुभ मुहूर्त

Sakat Chauth 2022: सकट चौथ पर मान्यता है जो भी इस दिन व्रत विधि-विधान के साथ रखता है उसके जीवन में आने वाला संकट खत्म हो जाता है. इस साल सकट चौथ का त्योहार 21 जनवरी 2022 को शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2022 9:46 AM

इस साल सकट चौथ का त्योहार 21 जनवरी 2022 को शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा. सकट चौथ को संकष्टी चतुर्थी, तिलकुट, माघ चतुर्थी के नामों से भी जाना जाता है. इस दिन महिलाएं अपनी संतान की लंबी उम्र और उन्नति के लिए व्रत रखती हैं. माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से भगवान गणेश सभी कष्टों को हर लेते हैं.

ये है मान्यता

मान्यता है जो भी सकट चौथ का व्रत विधि-विधान के साथ रखता है उसके जीवन में आने वाला संकट खत्म हो जाता है, क्योंकि सकट चौथ के दिन ही भगवान गणेश के जीवन पर सबसे बड़ा संकट आया था. प्रत्येक वर्ष माघ के महीने में सकट चौथ के दिन भगवान गणेश को मोदक, लड्डू और दूर्वा अर्पित किया जाता है.

सकट चौथ शुभ मुहूर्त (Sakat Chauth Shubh Muhurat)

सकट चौथ शुक्रवार, जनवरी 21, 2022 को

चतुर्थी तिथि प्रारम्भ – जनवरी 21, 2022 को सुबह 08:51 बजे

चतुर्थी तिथि समाप्त – जनवरी 22, 2022 को सुबह 09:14 बजे

सकट चौथ के दिन चन्द्रोदय समय – रात्रि 09:00 बजे

सकट चौथ पर विशिष्ट संयोग

पंचांग गणना के अनुसार चतुर्थी तिथि 21 जनवरी को सुबह 8:52 बजे से शुरू होगी. जो कि 22 जनवरी को सुबह 9: 14 बजे तक रहेगी. सकट का व्रत 21 जनवरी को रखा जाएगा. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस साल सकट का व्रत सौभाग्य योग में शुरू हो रहा है. जो कि 21 जनवरी को 03:05 तक रहेगा, इसके बाद शोभन योग लग जाएगा. ये दोनों ही योग गणेश पूजन के लिए अति शुभ है. गणेश पूजन दिन में करने का विधान है, इस लिए सौभाग्य योग में 03:05 बजे तक पूजन करना शुभ रहेगा.

सकट चौथ पूजा विधि

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लें.

  • लाल वस्त्र पहनकर भगवान गणेश की पूजा करें.

  • भगवान गणेश की पूजा करने के लिए मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति दोनों होनी चाहिए.

  • पूजा में गणेश मंत्र का जाप करना बेहद फलदाई बताया गया है. गणेश मंत्र का जाप करते हुए 21 दुर्वा भगवान गणेश को अर्पित करें.

  • पूजा के बाद रात में चांद को अर्घ्य दें फिर फलहार करते हुए व्रत का पारण करें.

Next Article

Exit mobile version