आज Gupt Navratri के दिन साल का पहला और आखिरी रवि-पुष्य नक्षत्र योग, खरीदारी, निवेश के लिए है बेहद शुभ

Ravi Pushya Yog, Nakshatra, 11 July 2021, Sarvartha Siddhi Yog: 11 जुलाई, रविवार को गुप्त नवरात्रि 2021 (Gupt Navratri 2021) पड़ रही है. साथ ही साथ इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग पड़ रहा है. इस दौरान साल का पहला और आखिरी रवि-पुष्य नक्षत्रों का शुभ संयोग पड़ेगा. कहा जाता है कि इस योग में सभी अनिष्टों का नाश होता है और अपार सफलता के मार्ग खुलते है. आइये जानते इस शुभ मुहूर्त के बारे में...

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2021 6:53 AM

Ravi Pushya Yog, Nakshatra, 11 July 2021, Sarvartha Siddhi Yog: 11 जुलाई, रविवार को गुप्त नवरात्रि 2021 (Gupt Navratri 2021) पड़ रही है. साथ ही साथ इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग पड़ रहा है. इस दौरान साल का पहला और आखिरी रवि-पुष्य नक्षत्रों का शुभ संयोग पड़ेगा. कहा जाता है कि इस योग में सभी अनिष्टों का नाश होता है और अपार सफलता के मार्ग खुलते है. आइये जानते इस शुभ मुहूर्त के बारे में…

दरअसल, सर्वार्थसिद्धि योग के दौरान रवि नक्षत्र और पुष्य नक्षत्र का विशेष संयोग पड़ रहा है. जिसे खरीदारी का महा मुहूर्त भी माना गया है. हालांकि, पुष्य नक्षत्र के दौरान विवाह छोड़ बाकी सारे शुभ कार्य किए जा सकते है.

सर्वार्थसिद्धि मुहूर्त के बारे में

  • ज्योतिष विशेषज्ञों की मानें तो इस नक्षत्र में सभी अनिष्टों का नाश होता है.

  • सभी प्रकार के शुभ कार्य किए जा सकते है.

  • इस दौरान खरीदारी करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है.

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कब है यह खास मुहूर्त

हिंदू पंचांग के मुताबिक इस साल का पहला और आखिरी रवि-पुष्य मुहूर्त 11 जुलाई, रविवार को पड़ रहा है. पुष्य नक्षत्र सूर्योदय के साथ शुरू होगा और मध्यरात्रि 2 बजकर 20 मिनट तक रहेगा. इसके बाद अगले वर्ष अर्थात 2022 में 10 अप्रैल को यह शुभ मुहूर्त देखने को मिलेगा.

क्यों कहलाता है रवि-पुष्य नक्षत्र

  • ज्योतिषाचार्यों की मानें तो रविवार को यदि पुष्य नक्षत्र पड़े तो उसे रविपुष्य योग माना जाता है.

  • इस योग में क्या करना शुभ

  • आभूषण, जमीन-जायदाद की कर सकते है खरीदारी

  • निवेश करना लाभदायक

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क्यों है ये नक्षत्र बेहद शुभ

ज्योतिषाचार्यों की मानें तो कर्क राशि का स्वामी ग्रह चंद्रमा को माना गया है. पुष्य नक्षत्र के सभी चरणों के दौरान चंद्रमा अपनी ही स्वराशि कर्क राशि में रहते हैं. यही कारण है कि इस नक्षत्र को काफी पवित्र और शुभ माना गया है.

Posted By: Sumit Kumar Verma

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