मासिक शिवरात्रि कल, जानें मंगलवार की मासिक शिवरात्रि का महत्व, पूजा- विधि और शुभ मुहूर्त

कल 21अप्रैल मंगलवार के दिन वैशाख मास की मासिक शिवरात्रि है. हर माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है.वैशाख मास की शिवरात्रि का काफी महत्व माना जाता है.मंगलवार के दिन यदि मासिक शिवरात्रि पड़े तो यह विशेष बन जाता है. इस दिन भगवान शंकर की पूजा उपासना की जाती है.ऐसी मान्यता है कि षोडशोपचार विधि से भोलेनाथ की पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर आज कृपा करते हैं.आज के दिन यदि भगवान शिव की पूजा विधिपूर्वक किया जाए तो माना जाता है कि भगवान शंकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं.

By ThakurShaktilochan Sandilya | April 20, 2020 1:27 PM

कल 21अप्रैल मंगलवार के दिन वैशाख मास की मासिक शिवरात्रि है. हर माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है.वैशाख मास की शिवरात्रि का काफी महत्व माना जाता है.मंगलवार के दिन यदि मासिक शिवरात्रि पड़े तो यह विशेष बन जाता है. इस दिन भगवान शंकर की पूजा उपासना की जाती है.ऐसी मान्यता है कि षोडशोपचार विधि से भोलेनाथ की पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर आज कृपा करते हैं.आज के दिन यदि भगवान शिव की पूजा विधिपूर्वक किया जाए तो माना जाता है कि भगवान शंकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं.

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मासिक शिवरात्रि पूजन विधि-

1) प्रातः काल मे स्नान- ध्यान करके भगवान शिव की पूजा शुरू करें.

2) भगवान शिव को विधिवत पुष्प-बेलपत्र ,दूध,गंगाजल,भांग,धतूरा अर्पण करें.

3) आज कनेर पुष्प जरूर चढ़ाएं.

4) ॐ नमः शिवाय मंत्र जाप के साथ शिवलिंग का अभिषेक करें.

5) महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें.

6) एक बेलपत्र उल्टा करके शिवलिंग पर रखें.

7) गाय के घी का दीपक आज जलाएं.

पूजन शुभ मुहूर्त :

मासिक शिवरात्रि पूजन मध्य रात्रि में किया जाना ज्यादा लाभदायक माना गया है.मध्य रात्रि को निशिता काल कहा जाता है.शिवरात्रि की पूजा इसी निशिता काल मे शुभ माना गया है.

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