Holashtak 2023 Upay: शुरू होने वाला है होलाष्टक, इन दिनों जरूर कर लें ये कार्य, आर्थिक स्थिति में होगा सुधार

Holashtak 2023 Upay: इस साल होलाष्टक 27 फरवरी से शुरू हो रहा है, जो 7 मार्च तक चलेगा. र्मिक मान्यता के अनुसार होलाष्टक के दौरान शुभ कार्य करने की मनाही होती है. यहां हम होलाष्टक के दौरान सेहत और धन आदि परेशानियों को दूर करने के लिए कुछ सरल उपाय बता रहे हैं.

By Shaurya Punj | February 25, 2023 6:30 AM

Holashtak 2023 Upay: रंगों के सबसे पावन पर्व होली की तैयारियां शुरू हो गई हैं. शास्त्रों में फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से लेकर होलिका दहन तक की अवधि को होलाष्टक कहा जाता है. इस साल होलाष्टक 27 फरवरी से शुरू हो रहा है, जो 7 मार्च तक चलेगा. धार्मिक मान्यता के अनुसार होलाष्टक के दौरान शुभ कार्य करने की मनाही होती है, जिसमें शादी, ब्याह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि जैसे कार्य शामिल हैं. यहां हम होलाष्टक के दौरान सेहत और धन आदि परेशानियों को दूर करने के लिए कुछ सरल उपाय बता रहे हैं.

श्रीकृष्ण के बालरूप की करें पूजा

होलाष्टक के दौरान आपको भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूपों की फल-फूल, गुलाल, धूप-दीप से पूजा करना चाहिए, इस अवसर पर के बालरूप की खास तौर से पूजा करने और उनके मंत्रों का जाप करने को कहा गया है. इससे आपको सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होगी, दांपत्य जीवन में खुशहाली आएगी.

होलाष्टक के दौरान करें हनुमान चालीसा का नियमित पाठ

होलाष्टक के दौरान हनुमान चालीसा के पाठ का भी काफी महत्व है. हनुमान चालीसा के पाठ से शारीरिक और मानसिक व्याधाएं दूर होती हैं.

आर्थिक समस्या दूर करने के लिए करें ये उपाय

अगर आपके जीवन में आर्थिक समस्याएं हैं और आप आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं तो होलाष्टक के दिनों में माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए, इसके साथ ही श्रीसूक्त का पाठ करने सेमाता लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसती है.

ऐसे मिलती है बड़ी समस्याओं से मुक्ति

होलाष्टक के दौरान विष्णु के नृसिंह अवतार की पूजा का भी काफी महत्व है. इनकी पूजा करने से बड़ी से बड़ी समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है.

होलाष्टक में क्या करें

1. होलाष्टक के दौरान रंगभरी एकादशी, आमलकी एकादशी, प्रदोष व्रत हैं जैसे त्योहार आने वाले हैं, आप इन व्रतों को रखें और पूजन करें.

2. फाल्गुन पूर्णिमा पर स्नान और दान करके पुण्य लाभ प्राप्त करें.

3. इस दौरान पड़ने वाली पूर्णिमा यानी फाल्गुन पूर्णिमा पर माता लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा करें.

4. होलाष्टक में ग्रह उग्र होते हैं, उनकी शांति के उपाय करें, मंत्रों का जाप करें.

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