Ganga Dussehra 2021: कब है गंगा दशहरा, जानें डेट, शुभ मुहूर्त ग्रह स्थितिऔर इस दिन स्नान-दान करने का विशेष महत्व

Ganga Dussehra 2021: इस समय ज्येष्ठ मास चल रहा है. ज्येष्ठ मास की दशमी तिथि का विशेष महत्व है. इस दिन को गंगा दशहरा के नाम से जाना जाता है. ज्येष्ठ मास में गंगा दशहरा का व्रत महत्वपूर्ण माने गए है. यह पर्व जल के महत्व को बताता है. ज्येष्ठ मास में गर्मी अधिक पड़ती है. इस मास में सूर्य की किरणें पृथ्वी पर सीधी पड़ती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2021 9:54 AM

Ganga Dussehra 2021: इस समय ज्येष्ठ मास चल रहा है. ज्येष्ठ मास की दशमी तिथि का विशेष महत्व है. इस दिन को गंगा दशहरा के नाम से जाना जाता है. ज्येष्ठ मास में गंगा दशहरा का व्रत महत्वपूर्ण माने गए है. यह पर्व जल के महत्व को बताता है. ज्येष्ठ मास में गर्मी अधिक पड़ती है. इस मास में सूर्य की किरणें पृथ्वी पर सीधी पड़ती है. वही, इस महीने में दिन बड़ा और रातें छोटी होती हैं. पंचांग के अनुसार गंगा दशहरा 20 जून दिन रविवार को ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाएगा. मान्यता के अनुसार इसी दिन गंगा मां धरती पर उतरी थीं.

गंगा दशहरा शुभ मुहूर्त

  • गंगा दशहरा का पर्व 20 जून दिन रविवार

  • दशमी तिथि का आरंभ 19 जून 2021 दिन शनिवार की शाम 06 बजकर 50 मिनट पर

  • दशमी तिथि का समापन 20 जून 2021 दिन रविवार की शाम 04 बजकर 25 मिनट पर

गंगा दशहरा पर्व शुभ मुहूर्त

  • ब्रह्म मुहूर्त

  • 20 जून की सुबह 04 बजकर 03 मिनट से सुबह 04 बजकर 44 मिनट तक

  • अभिजित मुहूर्त

  • दोपहर 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 51 मिनट तक

  • विजय मुहूर्त

  • दोपहर 02 बजकर 42 मिनट से 03 बजकर 38 मिनट तक

  • गोधूलि मुहूर्त

  • शाम 07 बजकर 08 मिनट से शाम 07 बजकर 32 मिनट तक

  • अमृत काल

  • दोपहर 12 बजकर 52 मिनट से 02 बजकर 21 मिनट तक

गंगा दशहरा पर ग्रहों की स्थिति

  • वृष राशि: बुध, राहु

  • मिथुन राशि: शुक्र, सूर्य

  • कर्क राशि: मंगल

  • कन्या राशि: चंद्रमा

  • वृश्चिक राशि: केतु

  • मकर राशि: शनि

  • कुंभ राशि: गुरु

गंगा दशहरा पूजा विधि

  • कोरोना काल में गंगा दशहरा का पर्व घर पर ही मनाएं.

  • इस दिन सुबह स्नान करने से पूर्व जल में गंगा जल की कुछ बूंद मिलाएं.

  • इसके बाद मां गंगा का स्मरण करते हुए स्नान करें.

  • फिर स्वच्छ वस्त्र धारण कर पूजा प्रारंभ करें.

  • इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए.

  • पूजा के बाद घर में भी गंगाजल का छिड़काव करें.

  • इसके बाद जरूरतमंद लोगों को दान करें.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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