Astrology: नया साल कष्टकारी रहेगा या शुभ, जानें गजकेसरी योग और ग्रह गोचर से खुलेंगे आपके भाग्य का द्वार
Astrology: नया साल 2026 अपने साथ नई उम्मीदें, नए अवसर और नई संभावनाएं लेकर आ रहा है. हर व्यक्ति के मन में यह प्रश्न स्वाभाविक है कि आने वाला वर्ष उसके लिए कैसा रहेगा. क्या आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, नौकरी या व्यापार में तरक्की मिलेगी, रुके हुए काम पूरे होंगे या फिर संघर्ष अभी जारी रहेगा.
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Astrology: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वर्ष 2026 की शुरुआत एक अत्यंत शुभ और प्रभावशाली ग्रह योग के साथ हो रही है. साल के पहले दिन प्रदोष व्रत रखा जाएगा. 2 जनवरी 2026 को बनने वाला गजकेसरी योग वर्ष की शुरुआत को विशेष बना रहा है. इसके साथ ही पूरे साल देवगुरु बृहस्पति का महत्वपूर्ण गोचर कई राशियों के जीवन में स्थायित्व, उन्नति और सम्मान लेकर आने वाला है. आइए जानते है ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ वाणी अग्रवाल से डिटेल्स
Astrology: गजकेसरी योग क्यों माना जाता है विशेष
ज्योतिष शास्त्र में गजकेसरी योग को श्रेष्ठ राजयोगों में स्थान दिया गया है. यह योग तब बनता है जब चंद्रमा और देव गुरु बृहस्पति एक ही राशि में हों या एक-दूसरे से केंद्र भाव में स्थित हों. गुरु को ज्ञान, धर्म, नीति, भाग्य, धन और विस्तार का कारक माना गया है, जबकि चंद्रमा मन, भावनाओं और मानसिक संतुलन का प्रतिनिधित्व करता है. इन दोनों ग्रहों का शुभ संयोग व्यक्ति के जीवन में आर्थिक मजबूती, निर्णय लेने की क्षमता, सामाजिक मान-सम्मान, मानसिक स्थिरता,नेतृत्व और आत्मविश्वास प्रदान करता है. शास्त्रों में कहा गया है कि जिन जातकों की कुंडली में गजकेसरी योग प्रभावी होता है, वे संघर्ष के बाद भी जीवन में ऊंचा स्थान प्राप्त करते हैं.
पंचांग अनुसार गजकेसरी योग 2026
तिथि: 2 जनवरी 2026
दिन: शुक्रवार
चंद्र राशि: मिथुन
गुरु स्थिति: मिथुन राशि
योग: गजकेसरी योग
साल 2026 के दूसरे दिन चंद्रमा और गुरु दोनों मिथुन राशि में स्थित रहेंगे. शुक्रवार का दिन होने से यह योग धन, सुख-सुविधा और वैभव को और अधिक बल प्रदान करेगा. वर्ष के आरंभ में बनने वाला यह योग पूरे साल के लिए सकारात्मक ऊर्जा का संकेत देता है.
गुरु गोचर 2026 क्यों रहेगा वर्ष भर निर्णायक
वर्ष 2026 गुरु ग्रह के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस वर्ष गुरु वक्री, मार्गी, उच्च, अस्त और पुनः वक्री-सभी अवस्थाओं से गुजरेंगे, जिससे जीवन के हर क्षेत्र पर प्रभाव पड़ेगा.
गुरु के प्रमुख गोचर
5 दिसंबर 2025: गुरु मिथुन राशि में वक्री
11 मार्च 2026: गुरु मार्गी होंगे
2 जून 2026: गुरु का कर्क राशि में प्रवेश (उच्च अवस्था)
14 जुलाई से 12 अगस्त 2026: गुरु अस्त
31 अक्टूबर 2026: गुरु सिंह राशि में प्रवेश
12 दिसंबर 2026: गुरु सिंह में वक्री
विशेष रूप से जून से अक्टूबर 2026 का समय अत्यंत शुभ माना जा रहा है. इस अवधि में गुरु उच्च राशि कर्क में रहेंगे और गजकेसरी योग की शक्ति कई गुना बढ़ जाएगी.
गजकेसरी योग का सामान्य प्रभाव
गजकेसरी योग के इस शुभ योग के प्रभाव से वर्ष 2026 में आय के नए स्रोत बनेंगे. रुके हुए कार्यों में गति आएगी. करियर में उन्नति के अवसर मिलेंगे. सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. मानसिक तनाव में कमी आएगी. हालांकि यह योग उन्हीं लोगों को पूर्ण फल देता है, जो परिश्रम, अनुशासन और सही निर्णय के साथ आगे बढ़ते हैं.
इन पांच राशियों पर रहेगा विशेष प्रभाव
वृषभ राशि वालों को धन में स्थिरता और निवेश से लाभ मिलेगा
वृषभ राशि के जातकों के लिए वर्ष 2026 की शुरुआत शुभ संकेत लेकर आ रही है. गजकेसरी योग और गुरु गोचर से आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी. आय में धीरे-धीरे वृद्धि होती जाएगी. निवेश से लाभ के अवसर बनेंगे. व्यापार में विस्तार होगा. पुराने कर्ज से राहत मिलेगी. पारिवारिक सुख में वृद्धि होगी.
उपाय: गुरुवार को पीले वस्त्र धारण करें और गुरु मंत्र का जप करें.
मिथुन राशि वालों को करियर में उछाल और नई पहचान मिलेगी
गजकेसरी योग मिथुन राशि के जातकों के लिए करियर में बड़ा बदलाव ला सकता है. नौकरी में पदोन्नति या बदलाव हो सकता है. व्यापार में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. मीडिया, संचार, लेखन और शिक्षा क्षेत्र में सफलता मिलेगी. आत्मविश्वास में वृद्धि होगी. विवाह और संबंधों के लिए अनुकूल समय रहेगा.
उपाय: पीली दाल, हल्दी या चने का दान करें.
कर्क राशि वालों को प्रतिष्ठा और आर्थिक मजबूती मिलेगी
कर्क राशि के लिए वर्ष 2026 जीवन बदलने वाला सिद्ध हो सकता है, क्योंकि गुरु इसी राशि में उच्च अवस्था में रहेंगे. मान-सम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. संपत्ति और वाहन के योग बन रहे हैं. पारिवारिक सुख प्राप्त होगा. आत्मबल और आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी.
उपाय: गाय को चारा खिलाएं और बृहस्पतिवार का व्रत रखें.
तुला राशि वालों को भाग्य का सहयोग और अटके कार्य पूरे होंगे
तुला राशि के जातकों को वर्ष 2026 में भाग्य का पूरा सहयोग मिलेगा. लंबे समय से रुके काम पूरे होंगे. निवेश से लाभ प्राप्त होगा. कानूनी मामलों में राहत मिलेगी. मानसिक तनाव में कमी महसूस होगी. धार्मिक और आध्यात्मिक रुचि बढ़ेगी.
उपाय: पीले और सफेद वस्त्र का दान करें.
सिंह राशि वालों को नेतृत्व, आय और प्रभाव में वृद्धि होगी
सिंह राशि के लिए वर्ष 2026 प्रभाव और प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला रहेगा. प्रशासन और राजनीति से जुड़े लोगों को लाभ मिलेगा. आय में वृद्धि होगी. उच्च पद और जिम्मेदारी के योग बनेंगे. सामाजिक दायरा बढ़ेगा.
उपाय: केसर का तिलक लगाएं और सूर्य-गुरु की पूजा करें.
अन्य राशियों पर गुरु का प्रभाव
मेष: संपत्ति और पारिवारिक सुख में वृद्धि के योग.
कन्या: करियर में स्थिरता, विदेश और उच्च शिक्षा के योग.
वृश्चिक: रिसर्च, बीमा और पैतृक धन से लाभ.
धनु: विवाह और साझेदारी से जुड़े निर्णय.
मकर: ऋण और विवाद से राहत.
कुंभ: प्रेम, संतान और रचनात्मक क्षेत्रों में सफलता.
मीन: घर-परिवार, भूमि और मानसिक शांति में वृद्धि.
गजकेसरी योग में क्या करना चाहिए?
नए कार्यों की शुरुआत करें.
दीर्घकालिक निवेश पर विचार करें.
गुरु और चंद्रमा को मजबूत करने वाले उपाय अपनाएं.
अनुशासन और नैतिकता बनाए रखें.
क्या न करें
जल्दबाजी में बड़े फैसले न लें.
अनावश्यक खर्च से बचें.
अहंकार और आलस्य से दूर रहें.
निष्कर्ष
नया साल 2026 गजकेसरी योग और गुरु गोचर के कारण कई राशियों के लिए भाग्य परिवर्तन का संकेत दे रहा है. यह वर्ष उन लोगों के लिए विशेष रूप से शुभ रहेगा, जो सही दिशा में प्रयास करेंगे और अवसरों का सदुपयोग करेंगे. ज्योतिषीय योग अवसर प्रदान करते हैं, लेकिन सफलता कर्म, विवेक और धैर्य से ही प्राप्त होती है.
वाणी अग्रवाल
ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ
Mo. +91 96317 29555
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