ज्योतिष जिज्ञासा : भाग्यशाली होते हैं पुनर्वसु नक्षत्र में जन्म लेनेवाले

सद्गुरुश्री स्वामी आनंद जी Qबड़ी बहन को मुझसे बहुत जलन है. हमेशा डर लगा रहता है कि कहीं वह मेरा कोई अहित न कर दे. क्या करूं? जन्म तिथि- 14.11.1988, जन्म समय-18.05, जन्म स्थान-पटना. निधि उपाध्याय, पटना आपकी राशि धनु और लग्न वृष है. अष्टम भाव में चंद्रमा विराजकर जहां आपके स्वभाव को नाटकीयता के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 7, 2019 5:54 AM

सद्गुरुश्री स्वामी आनंद जी

Qबड़ी बहन को मुझसे बहुत जलन है. हमेशा डर लगा रहता है कि कहीं वह मेरा कोई अहित न कर दे. क्या करूं? जन्म तिथि- 14.11.1988, जन्म समय-18.05, जन्म स्थान-पटना.

निधि उपाध्याय, पटना

आपकी राशि धनु और लग्न वृष है. अष्टम भाव में चंद्रमा विराजकर जहां आपके स्वभाव को नाटकीयता के साथ संवेदनशीलता भी प्रदान कर रहे हैं, वहीं शनि की उपस्थिति आपके मनोभाव को विचित्र बना कर आपके व्यक्तिगत संबंधों को प्रभावित कर रही है. साथ षष्ठ भाव में बुध की मौजूदगी आपके गलत फैसले की दास्तान लिखने जा रही है.

बड़ी बहन के भाव यानी एकादश भाव का स्वामी वृहस्पति लग्न में विराज कर जहां आपकी बहन को आपका फिक्रमंद व दयालु बना रहा है, वहीं एकादश भाव में मंगल की उपस्थिति बहन से हानि की जगह लाभ की चुगली कर रहा है. हां, बड़ी बहन का कारक ग्रह बुध अष्टम में विराज कर बहन से रिश्ते पर मामूली-सा उलटा असर डाल रहा है. यह स्थिति मामूली मतभेद और क्षणिक उलझन से ज्यादा बड़ी होती प्रतीत नहीं होती. बल्कि मैं तो इसे भविष्य में मामूली वाद-विवाद के साथ बेहतर सामंजस्य से जोड़ कर देखता हूं. जैसे-जैसे वक्त बीतता जायेगा, आपकी शिकायत कम होती जायेगी. मुझे आपकी बहन में आपके भविष्य का कोई बड़ा शुभचिंतक छुपा हुआ दिखाई दे रहा है.

Qदुकान में बहुत-सा माल अटक गया है. बिक नहीं रहा है. ज्योतिष में इसका कुछ उपाय है क्या?

राम अवतार, धनबाद

आपके इस प्रश्न का उत्तर ज्योतिष नहीं, वास्तु के पास हो सकता है, पर इसके लिए आपको दुकान का बारीक मुआयना करना होगा. सबसे पहले आप मालिक और कर्मचारियों के बैठने की स्थिति का निरीक्षण करें. किसी भी रूप में मुख की दिशा दक्षिण की ओर नही होनी चाहिए. यदि उत्तर की ओर हो तो बेहतर है, अन्यथा पूर्व भी चलेगा. गल्ले और तिजोरी का द्वार दक्षिण और पश्चिम की ओर नहीं खुलना चाहिए. ईशान्य कोण में बिजली का मेन स्विच और उपकरण अच्छा फल नहीं देते. मुख्य द्वार सजा-संवरा होना सफल व्यापार के लिए बड़ी शर्त है. जो माल बिक नही रहा है, उसे वायव्य कोण यानी उत्तर-पश्चिम दिशा में रख दें और वहां उसके डिस्प्ले की भी व्यवस्था करें. माल बिकने लगेगा.

Qमेरी जिससे शादी होने वाली है, उनका नक्षत्र पुनर्वसु है. ये लोग किस प्रकृति के होते हैं? किसी ने कहा है कि ये तनावपूर्ण जीवन जीते हैं.

श्रद्धा कुशवाहा, गोपालगंज

पुनर्वसु नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग भाग्यशाली होते हैं. इनका जीवन सुख-समृद्धि से परिपूर्ण होता है. भोग-विलास में इनकी स्वाभाविक रुचि होती है. इन्हें उत्तम मित्रों का आनंद मिलता है. ये लोग प्रशंसनीय होते हैं. इन्हें समाज का स्नेह और आदर प्राप्त होता है. संतान का उत्तम सुख प्राप्त होता है. स्वभाव से ये शांत होते हैं.

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