Pitru Paksha 2025 में ग्रहों का महापरिवर्तन, जानें किसे मिलेगा लाभ, किसे रहना होगा सतर्क
Pitru Paksha 2025: पितृ पक्ष 2025 खास रहने वाला है क्योंकि इस दौरान कई बड़े ग्रह गोचर और महापरिवर्तन करेंगे. इसका असर सभी 12 राशियों पर अलग-अलग रूप में दिखाई देगा. कुछ जातकों को आर्थिक और करियर में लाभ मिलेगा, जबकि कुछ को रिश्तों और सेहत में सावधानी बरतनी होगी.
Pitru Paksha 2025: पितृ पक्ष के दौरान ग्रहों का एक बड़ा और महत्वपूर्ण परिवर्तन होने जा रहा है, जो कई राशियों के लिए भाग्यशाली साबित होगा. ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार, ग्रहों की इस विशेष चाल से कुछ राशियों के जातकों को आकस्मिक धन लाभ, करियर में तरक्की और जीवन में सुख-शांति मिलने की प्रबल संभावना है. इस अवधि में सूर्य, बुध, मंगल और शुक्र सहित कई प्रमुख ग्रह अपनी चाल बदलेंगे, जिसका सीधा असर इन राशियों की आर्थिक स्थिति और व्यक्तिगत जीवन पर पड़ेगा. यह ग्रहों का महापरिवर्तन उन लोगों के लिए बेहतरीन अवसर लेकर आ रहा है, जिनकी किस्मत चमकने वाली है.
पितृ पक्ष: ग्रहों का बदलता स्वरूप
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पितृ पक्ष के दौरान ग्रहों की चाल में विशेष परिवर्तन देखने को मिलता है, जिसका मानव जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. इस वर्ष पितृ पक्ष 7 सितंबर से 21 सितंबर तक रहेगा. इस 15 दिवसीय अवधि में चार प्रमुख ग्रहों – सूर्य, बुध, मंगल और शुक्र – का गोचर होगा. ग्रहों की यह बदलती चाल सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगी, हालांकि कुछ राशियों के लिए यह बेहद शुभ परिणाम लेकर आएगी.
ज्योतिषियों का मानना है कि पितृ पक्ष में पितरों के आशीर्वाद और ग्रहों के इस प्रवास से कई जातकों को धन लाभ, करियर में उन्नति और पारिवारिक सुख की प्राप्ति होगी.
ग्रहों का महत्वपूर्ण गोचर और योग
इस पितृ पक्ष के दौरान कई महत्वपूर्ण ग्रह गोचर और योग बन रहे हैं:
- सूर्य, बुध, मंगल और शुक्र का गोचर: पितृ पक्ष में सूर्य, बुध, मंगल और शुक्र अपनी चाल बदलेंगे.
- बुध का कन्या राशि में प्रवेश: 15 सितंबर को बुद्धि, वाणी और व्यापार के दाता बुध ग्रह अपनी उच्च राशि कन्या में प्रवेश करेंगे.
- भद्र महापुरुष राजयोग: बुध के कन्या राशि में गोचर करने से भद्र महापुरुष राजयोग का निर्माण होगा, जिसे ज्योतिष में अत्यंत शुभ योग माना जाता है. यह योग कुछ राशियों के लिए किस्मत चमकाने वाला साबित होगा, जिससे आय में वृद्धि और करियर में तरक्की के योग बनेंगे.
- चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण: इस बार पितृ पक्ष की शुरुआत चंद्र ग्रहण के साथ (7 सितंबर को) और समापन सूर्य ग्रहण के साथ (21 सितंबर को) हो रहा है. यह एक दुर्लभ संयोग है जो लगभग एक शताब्दी बाद बन रहा है. हालांकि, सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन इसका ज्योतिषीय महत्व बना रहेगा.
- शनि का वक्री होना: पितृ पक्ष के पहले दिन ही शनि देव वक्री अवस्था में रहेंगे. शनि 13 जुलाई 2025 से मीन राशि में वक्री होकर 28 नवंबर 2025 तक इस स्थिति में रहेंगे. यह अवधि 138 दिनों की होगी, जिसमें शनि देव उल्टी चाल चलेंगे. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब कोई ग्रह वक्री होता है, तो उसकी चाल धीमी हो जाती है और उसके प्रभाव में वृद्धि होती है.
- गुरु का मिथुन में गोचर: देवगुरु बृहस्पति 14 मई 2025 को वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश कर चुके हैं. गुरु ग्रह लगभग 13 महीनों के बाद राशि परिवर्तन करते हैं.
प्रभावित होने वाली राशियां
इन ग्रहों के महापरिवर्तन और विशेष योगों के चलते कुछ राशियों को विशेष रूप से शुभ फल प्राप्त होने की संभावना है. ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, मेष, मिथुन, कन्या, सिंह, धनु, मकर और कुंभ सहित कई राशियों के जातकों को इस अवधि में बंपर लाभ मिल सकता है.
मेष राशि: उन्नति के नए अवसर
मेष राशि वालों के लिए यह समय वरदान से कम नहीं होगा. आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलेगी और जीवन में उन्नति के कई अवसर प्राप्त होंगे. कार्यक्षेत्र में सफलता मिलने के योग हैं और दाम्पत्य जीवन सुखमय रहेगा. परिवार और मित्रों का भरपूर सहयोग मिलेगा.
मिथुन राशि: आर्थिक स्थिति में सुधार
मिथुन राशि के जातकों को शुभ फल की प्राप्ति होगी. हर कार्य में सकारात्मक परिणाम मिलेंगे और धन लाभ होगा, जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा. आध्यात्मिक और धार्मिक गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिलेगा. नौकरी और व्यवसाय में उन्नति के योग बनेंगे. वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा और आप अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे. शनि का वक्री होना मिथुन राशि के जातकों के लिए करियर में सफलता और आर्थिक उन्नति के नए द्वार खोलेगा. रुके हुए काम पूरे होंगे और कार्यक्षेत्र में आपकी मेहनत का उचित फल मिलेगा.
कन्या राशि: भाग्य का पूरा साथ
कन्या राशि वालों के लिए पितृ पक्ष सुखद रहेगा. आर्थिक लाभ होगा, जिससे उनका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. भाग्य पूरी तरह से उनके पक्ष में रहेगा और यह अवधि उनके लिए वरदान के समान है. दाम्पत्य जीवन सुखमय रहेगा और परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलेगा. मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि के योग भी बनेंगे. बुध के कन्या राशि में गोचर से बनने वाला भद्र महापुरुष राजयोग उनके लिए विशेष रूप से लाभकारी होगा, जिससे धन लाभ की संभावना है.
सिंह राशि: आय के नए स्रोत
सिंह राशि वालों को इस दौरान अपने जीवनसाथी का अच्छा सहयोग मिलेगा. यदि जीवन में कोई समस्या है, तो वे उससे बाहर निकलने के रास्ते खोज लेंगे. आर्थिक रूप से स्थिर होने में समय लग सकता है, लेकिन आय का कोई नया स्रोत मिलने से वे प्रसन्न रहेंगे. परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा और बच्चों से शुभ समाचार मिलेगा. बुध ग्रह के दूसरे स्थान पर भ्रमण से सिंह राशि के जातकों के अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं, जिससे भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और वाणी में प्रभाव बढ़ेगा. आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और समाज में एक अलग पहचान बनाने में कामयाब होंगे.
धनु राशि: करियर में तरक्की
धनु राशि के जातकों के लिए भद्र राजयोग का बनना लाभकारी सिद्ध हो सकता है. यह राजयोग उनकी राशि से कर्म भाव (दशम भाव) पर बनने जा रहा है, जिससे काम-काज और कारोबार में खास तरक्की मिल सकती है. नौकरीपेशा जातक किसी अहम प्रोजेक्ट का हिस्सा बन सकते हैं, जिससे उन्हें अपनी कार्यशैली में सुधार का मौका मिलेगा. कारोबारियों को चालाकी से लिए गए फैसलों से लाभ होगा. मनचाही जगह ट्रांसफर हो सकता है और पिता का सहयोग प्राप्त होगा. छात्रों और नौकरीपेशा लोगों के लिए भी यह समय लाभदायक रहेगा.
मकर राशि: किस्मत का साथ
मकर राशि वालों के लिए बुध के कन्या राशि में गोचर से बना भद्र राजयोग बहुत ही शुभ और सकारात्मक साबित होगा. बुध का गोचर उनकी कुंडली के नवम भाव में होगा, जिसके चलते उन्हें अपनी किस्मत का साथ मिलेगा. करियर-कारोबार में उन्नति होगी, आय के नए-नए रास्ते खुलेंगे और नौकरी में पदोन्नति व वेतन वृद्धि के योग बन रहे हैं. जिन लोगों का खुद का व्यापार है, उनकी आर्थिक संपन्नता में वृद्धि देखने को मिलेगी. समाज में मान-सम्मान में भी वृद्धि संभव है.
कुंभ राशि: नए कामों की शुरुआत
कुंभ राशि वालों के लिए नए काम की शुरुआत के लिए यह समय बहुत ही अनुकूल रहेगा. यात्रा में भी लाभ मिलेगा. शनि देव की पूजा और जल में काला तिल डालकर अर्पित करना शुभ रहेगा. हालांकि, शनि का वक्री होना कुंभ राशि वालों के लिए कुछ आर्थिक तनाव और आय में देरी का कारण बन सकता है. नौकरी में विवादों का सामना भी करना पड़ सकता है. ऐसे में धैर्य और आत्मविश्वास बनाए रखना महत्वपूर्ण है.
वृश्चिक राशि: शुभ समाचार और आर्थिक लाभ
वृश्चिक राशि वालों को पितृ पक्ष में शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है. धन लाभ होगा, जिससे आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. नौकरी और व्यापार में लाभ के योग बन रहे हैं. शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी शुभ फल प्राप्त होंगे. दाम्पत्य जीवन सुखमय रहेगा और कार्यक्षेत्र में आपके काम की तारीफ होगी. शनि की वक्री चाल के कारण मान-सम्मान में वृद्धि होगी और सामाजिक कद बढ़ेगा. पारिवारिक समस्याओं का समाधान होगा और सुख-शांति का माहौल बनेगा.
पितृ पक्ष में ध्यान रखने योग्य बातें
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, पितृ पक्ष के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए. ग्रहण काल में भोजन, जल और पूजा-पाठ से बचना चाहिए. ग्रहण के बाद स्नान और दान-पुण्य करना शुभ माना जाता है. पितरों की कृपा पाने के लिए श्रद्धा भाव के साथ तर्पण और श्राद्ध अवश्य करें. इस दौरान तामसिक भोजन, जैसे मांस और शराब का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश और नए व्यवसाय की शुरुआत जैसे शुभ कार्य करने से बचना चाहिए. कुछ मान्यताओं के अनुसार, पितृ पक्ष के 15 दिनों में बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए, तथा नए कपड़े, गहने या अन्य कोई भी नई वस्तु खरीदने से बचना चाहिए. भोजन में लहसुन और प्याज का उपयोग नहीं करना चाहिए और घर में शांति बनाए रखनी चाहिए.
