झारखंड के कवि नीरज नीर और अशोक सिंह को मिला सृजनलोक कविता सम्मान

रांची : झारखंड के साहित्यकारों और कवियों में शुमार नीरज नीर और अशोक सिंह को सृजनलोक कवित सम्मान से अलंकृत किया गया है. इसमें कवि एवं कथाकार नीरज नीर को उनके कविता संग्रह ‘जंगल में पागल हाथी और ढोल’ के लिए वर्ष 2018 का सृजनलोक कविता सम्मान दिया गया है, जबकि कवि अशोक सिंह को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 24, 2019 5:51 PM

रांची : झारखंड के साहित्यकारों और कवियों में शुमार नीरज नीर और अशोक सिंह को सृजनलोक कवित सम्मान से अलंकृत किया गया है. इसमें कवि एवं कथाकार नीरज नीर को उनके कविता संग्रह ‘जंगल में पागल हाथी और ढोल’ के लिए वर्ष 2018 का सृजनलोक कविता सम्मान दिया गया है, जबकि कवि अशोक सिंह को उनके काव्य संग्रह ‘कई कई बार होता है प्रेम’ को वर्ष 2019 के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया है.

साहित्यकार एवं कवि नीरज नीर ने बताया कि यह सम्मान उन्हें चेन्नई स्थित एसआरएम विश्वविद्यालय में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में प्रदान किया गया. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध लेखिका चित्रा मुद्गल, प्रसिद्ध आलोचक एवं बाल साहित्यकार दिविक रमेश एवं चेन्नई स्थित एसआरएम विश्वविद्यालय के कुलपति संदीप संचेती उपस्थित थे, जिनके करकमलों से साहित्यकारों को यह सम्मान प्रदान किया गया. यह कार्यक्रम सृजनलोक प्रकाशन एवं एसआरएम विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया.

अपनी रचना ‘जंगल में पागल हाथी और ढोल’ के बारे में कवि नीरज नीर ने बताया कि जल, जंगल और जमीन से जुड़ी कविताएं अपने व्यापक जन सरोकार के लिए अलग से पहचानी एवं रेखांकित की जाती हैं. उन्होंने बताया कि उनके इस संकलन के लिए पहले भी लखनऊ में महेंद्र स्वर्ण साहित्य सम्मान प्रदान किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि इस अवसर पर वहां नीदरलैंड की विदुषी पुष्पिता अवस्थी और नॉर्वे के शरद आलोक की गरिमामय उपस्थिति रही.

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