भगवान की शरण में

आज के कुछ समाचार पत्रों में एग्जिट पोल में हार के डर से भ्रष्ट, अकर्मण्य, जनता से कोई सरोकार न रखने वाले विभिन्न राज्यों के नेता मंदिरों में मत्था टेकने की भीड़ लगाये हुए हैं. पिछले 15 सालों से सत्तासुख भोग रहे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का बयान हास्यास्पद प्रतीत होता है कि, ‘मैं दिन-रात जनता […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 10, 2018 7:17 AM
आज के कुछ समाचार पत्रों में एग्जिट पोल में हार के डर से भ्रष्ट, अकर्मण्य, जनता से कोई सरोकार न रखने वाले विभिन्न राज्यों के नेता मंदिरों में मत्था टेकने की भीड़ लगाये हुए हैं. पिछले 15 सालों से सत्तासुख भोग रहे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का बयान हास्यास्पद प्रतीत होता है कि, ‘मैं दिन-रात जनता के बीच रहता हूं’. इन्होंने ही मंदसौर में किसानों के प्रदर्शन पर फायरिंग करवायी थी, जिसमें छह किसानों की मौत हो गयी थी.
आज वही सपरिवार देवी शक्ति पीठ पीतांबरा पीठ में माई पीतांबरा का आशीर्वाद लेने गये थे. इसी प्रकार कई कांग्रेसी और भाजपाई नेताओं द्वारा उज्जैन के महाकाल मंदिर, बगलामुखी मंदिर और अन्य कई मंदिरों में अपनी जीत सुनिश्चित करने हेतु विशेष पूजा अनुष्ठान कराये जाने की सूचना है. आश्चर्य और दुख होता है कि आज के आधुनिक वैज्ञानिक युग में इस लोकतांत्रिक व्यवस्था में ये सत्ता के लोभी अपना काम नहीं करते और भगवान से विजयी भव का आशीर्वाद मांगते हैं.
निर्मल कुमार शर्मा, गाजियाबाद

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