Shashi Tharoor Attack On Trump: रूसी तेल खरीद वाले ट्रंप के बयान पर शशि थरूर की दो टूक, बोले- दायरे में रहें अमेरिकी राष्ट्रपति

Shashi Tharoor Attack On Trump: भारत के रूसी तेल खरीद पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा दावा कर दिया है. उन्होंने दोहराया है कि भारत ने रूस से तेल खरीद बंद करने पर सहमति जतायी है. वह साल के अंत तक लगभग बंद कर देगा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने इस दावे पर डोनाल्ड ट्रंप को खरी-खरी सुना दी है. उन्होंने साफ कहा कि भारत के निर्णय पर ट्रंप को बोलने का हक नहीं है.

By ArbindKumar Mishra | October 23, 2025 7:19 PM

Shashi Tharoor Attack On Trump: भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयान पर, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि भारत के निर्णयों के बारे में ट्रंप का घोषणा करना उचित है. भारत खुद अपने निर्णयों के बारे में घोषणा करने की क्षमता रखता है. हम दुनिया को नहीं बताते कि ट्रंप क्या करेंगे? मुझे लगता है कि ट्रंप को दुनिया को यह नहीं बताना चाहिए कि भारत क्या करेगा.”

ट्रंप ने भारत और पीएम मोदी की तारीफ की

ट्रंप ने व्हाइट हाउस में बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा था, ‘‘ जैसा कि आप जानते हैं कि भारत ने मुझसे कहा है कि वे (रूसी तेल खरीदना) बंद करने जा रहे हैं. यह एक प्रक्रिया है, आप बस अचानक रुक नहीं सकते… वर्ष के अंत तक, वे इसे लगभग बंद कर देंगे, यानी लगभग 40 प्रतिशत तक कम कर देंगे. भारत बहुत महान है. मंगलवार को मैंने प्रधानमंत्री मोदी से बात की. वह शानदार हैं.’’

भारत के रूसी तेल खरीद से ट्रंप को क्या है परेशानी?

भारत के रूसी तेल खरीद से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप परेशान हैं. उनका आरोप है कि भारत कच्चे तेल की खरीद के माध्यम से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को युद्ध के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है. हाल के दिनों में भारत और वाशिंगटन के बीच संबंधों में तनाव बढ़ गया है क्योंकि ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर शुल्क को दोगुना कर 50 प्रतिशत कर दिया है, जिसमें रूस से तेल खरीदने पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क भी शामिल है. भारत ने अमेरिकी कदम को अनुचित, अन्यायपूर्ण और अव्यवहारिक बताया है.

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से भी बात करेंगे ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ अपनी आगामी बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के तरीकों पर उनसे चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनसे मुख्य रूप से इस बारे में बात करूंगा कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को कैसे समाप्त किया जाए, चाहे वह तेल, ऊर्जा या किसी अन्य माध्यम से हो. मुझे लगता है कि वे इसके प्रति काफी सकारात्मक रहेंगे.’’