हरीश साल्वे ने दिया अपनी पत्नी को तलाक, जानिये किससे करने जा रहे हैं दूसरी शादी

देश के जाने माने वकील और पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे देश के चंद बड़े वकीलों में से एक है. ये वही हरीश साल्वे है जिन्होंने कुलभूषण जाधव केस की पैरवी कर पाकिस्तान के आरोपों की धज्जियां उड़ा दी थी, यहीं नहीं इस केस के लिए उन्होंने बतौर फीस सिर्फ एक रुपये लिया था.

By Prabhat Khabar | October 26, 2020 10:36 AM

देश के जाने माने वकील और पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे देश के चंद बड़े वकीलों में से एक है. ये वही हरीश साल्वे है जिन्होंने कुलभूषण जाधव केस की पैरवी कर पाकिस्तान के आरोपों की धज्जियां उड़ा दी थी, यहीं नहीं इस केस के लिए उन्होंने बतौर फीस सिर्फ एक रुपये लिया था. उस समय साल्वे सुर्खियों में आ गये थे. अब एक बार फिर हरीश साल्वे चर्चा में है. लेकिन इस बार साल्वे अपना शादी को लेकर चर्चा में आ गये है.

हरीश साल्वे ने हाल ही में अपनी पहली पत्नी मीनाक्षी साल्वे को तलाक दे दिया है. अब वो 28 अक्टूबर को लंदन के एक चर्च में अपनी दोस्त कैरोलिन ब्रॉसर्ड से शादी करेंगे. साल्वे और कैरोलिन ब्रॉसर्ड दोनों की यह दूसरी शादी है. इस शादी के लिए साल्वे ने अपना धर्म भी बदल लिया हैं. उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया है. बता दें, कैरोलिन ब्रॉसर्ड पेशे से कलाकार हैं, पहली शादी से उन्हें एक बेटी भी है.

खास बातें :-

  • हरीश साल्वे के पिता नरेंद्र कुमार साल्वे कांग्रेस के नेता थे.

  • उनके दादा प्रसिद्ध आपराधिक वकील थे.

  • साल्वे सीए की परीक्षा में दो बार फेल हुए थे.

  • उन्होंने अपना पहला केस दिलीप कुमार का लड़ा था.

  • अंबानी, महिंद्रा और टाटा के भी वकील रह चुके हैं.

  • हरीश साल्वे को संगीत और पियानो बजाने का शौक है.

गौरतलब है कि हरीश सालवे भारत के बड़े बकीलों में से एक है. यहीं नहीं उनकी गिनती विश्व के सबसे महंगे वकीलों में होती है. वे 1999 से 2002 के बीच वो भारत के सॉलिसिटर जनरल भी रह चुके हैं. हरीश साल्वे नागपुर से कॉमर्स में ग्रैजुएट किया है. इसके बाद वो चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए )बन गये. उन्होंने अपने कानूनी करियर की शुरुआत 1980 में की थी.

अपने वकालत के करियर में साल्वे कई बड़े-बड़े केस लड़ चुके हैं. अंबानी बंधुओं के बीच कृष्णा गोदावरी गैस बेसिन केस में हरीश साल्वे ने मुकेश अंबानी की ओर से केस लड़ा था. इसके अलावा टाटा ग्रुप, आईटीसी लिमिटेड, तमिलनाडु की पूर्व दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता समेत कई हाईप्रोफाइल केस में साल्वे अपना डंका बजवा चुके हैं.

उन्होंने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव का भी केस लड़ा. इसमें भारत की जीत हुई, साथ ही अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने कुलभूषण जाधव के पक्ष में कुछ फैसला सानाया औऱ तत्काल प्रभाव से उसकी मौत की सजा रोक दी गई. इस केस की बतौर फीस हरीश साल्वे ने सिर्फ एक रुपये लिया था.

Posted by: Pritish Sahay

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