Coronavirus pandemic : बेंगलुरु में RSS की सालाना बैठक रद्द, इन्फोसिस ने खाली करायी बिल्डिंग

Coronavirus pandemic की वजह से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने बेंगलुरु में होने वाली सालाना बैठक को स्थगित कर दिया है. इसके साथ ही, खबर यह है कि अपने एक कर्मचारी को संदिग्ध कोरोनावायरस के संपर्क में आने की वजह से दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस में अपने कार्यालय बिल्डिंग को खाली करा दिया है, ताकि इस महामारी के वायरस के प्रसार को रोका जा सके.

By KumarVishwat Sen | March 14, 2020 4:06 PM

बेंगलुरु : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर निर्णय लेने वाली अपनी सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (ABPS) की रविवार से शुरू होने वाली सालाना बैठक स्थगित कर दी है. आरएसएस की 15 से 17 मार्च तक होने वाली इस बैठक में करीब 1,500 सदस्यों को भाग लेना था. इसके साथ ही इन्फोसिस ने अपने एक सैटेलाइट कार्यालय की बिल्डिंग को खाली करा दिया है.

रिपोर्ट है कि कंपनी ने उसका एक कर्मचारी कोरोना वायरस मरीज के संपर्क में आया था. यह मामला तब सामने आया है, जब कर्नाटक सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए एयर कडीशंड स्थानों पर काम कर रहे आईटी और अन्य पेशेवरों को करीब एक हफ्ते के लिए घर से काम करने की सलाह दी.

सालाना बैठक स्थगित किये जाने को लेकर आरएसएस सरकार्यवाह सुरेश जोशी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि महामारी कोविड-19 की गंभीरता तथा केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी दिशानिर्देश एवं परामर्शों को देखते हुए बेंगलुरु में होने वाली एबीपीएस की बैठक को स्थगित कर दिया गया है.

उन्होंने आरएसएस कार्यकर्ताओं से जनता के बीच जागरूकता फैलाने तथा इस चुनौती का सफलतापूर्वक सामने करने के लिए प्रशासन के साथ सहयोग करने को कहा. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, अध्यक्षों और विहिप, एबीवीपी तथा भारतीय मजदूर संघ जैसे 35 परिवार संगठनों के अन्य राज्य पदाधिकारियों को बैठक में भाग लेना था. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और सुरेश जोशी को इस बैठक को संबोधित करना था.

उधर, खबर यह भी है कि बेंगलुरु में इन्फोसिस ने अपने एक सैटेलाइट कार्यालय की इमारत को खाली करा लिया है. रिपोर्ट है कि उसका एक कर्मचारी कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज के संपर्क में आया था. यह मामला तब सामने आया, जब कर्नाटक सरकार ने एयर कडीशंड स्थानों पर काम कर रहे आईटी और अन्य पेशेवरों को करीब एक हफ्ते के लिए घर से काम करने की सलाह दी, ताकि इस विषाणु के प्रसार को रोका जा सके.

कार्यालय से जारी एक संदेश में कहा गया है कि हमें आईआईपीएम इमारत के एक सदस्य की स्थिति के बारे में सूचना मिली है, जो कोविड-19 के संदिग्ध मरीज के समीप आया होगा. कंपनी के एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि हमने एहतियाती कदम के तौर पर आईआईपीएम इमारत को खाली करा लिया है. उन्होंने बताया कि इमारत को सैनिटाइज (रोग मुक्त) किया जा रहा है. इन्फोसिस प्रबंधन ने अपने कर्मचारियों से शांत रहने की अपील की है. कर्नाटक में कोरोना वायरस से संक्रमित छह लोगों में से तीन आईटी क्षेत्र में काम कर रहे हैं.

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