Red Fort Blast: आतंकी उमर का एक और साथी गिरफ्तार, धमाके की साजिश में शामिल था आरोपी
Red Fort Blast: एनआईए ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट को अंजाम देने में सह साजिशकर्ता की भूमिका निभाने वाले एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम जसीर बिलाल वानी बताया जा रहा है. इसे श्रीनगर से गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने बताया कि वानी ने विस्फोट को अंजाम देने के लिए आत्मघाती हमलावर डॉ.उमर उन नबी के साथ सक्रिय रूप से काम किया था.
Red Fort Blast: दिल्ली ब्लास्ट मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नई-नई कड़ियां खुलकर सामने आ रही है. एनआईए ने धमाके से जुड़े एक और आरोपी को सोमवार को गिरफ्तार किया है. आतंकी उमर के इस साथी का नाम जसीर बिलाल वानी है, इसे श्रीनगर से गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने बताया कि वानी ने विस्फोट को अंजाम देने के लिए ‘आत्मघाती हमलावर’ डॉ.उमर उन नबी के साथ सक्रिय रूप से काम किया था. इस हमले में 13 लोगों की मौत हो गई थी. आतंकवाद रोधी एजेंसी ने एक बयान में कहा कि अनंतनाग के काजीगुंड निवासी वानी ने कथित तौर पर ड्रोन में संशोधन करके और घातक कार बम विस्फोट से पहले रॉकेट बनाने का प्रयास करके आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान की थी.
आतंकी उमर नबी के साथ मिलकर आरोपी ने किया था काम- NIA
एनआईए की बयान के मुताबिक बिलाल वानी को इलाके में दानिश के नाम से भी जाना जाता है और उसे एनआईए की टीम ने श्रीनगर से गिरफ्तार किया. एनआईए के बयान के मुताबिक ‘‘जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड का निवासी आरोपी इस हमले का सक्रिय सह-षड्यंत्रकारी था और उसने आतंकवादी हमले की साजिश रचने के लिए आतंकवादी उमर उन नबी के साथ मिलकर काम किया था.’’ जांच एजेंसी ने दिल्ली में 10 नवंबर को हुए विस्फोट के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए कई एंगलों से जांच कर रही है. बयान के मुताबिक ‘‘आतंकवाद-रोधी एजेंसी की कई टीमें विभिन्न सुरागों का पता लगाने में जुटी हैं और आतंकवादी हमले में शामिल प्रत्येक व्यक्ति की पहचान करने के लिए विभिन्न राज्यों में तलाशी अभियान चला रही हैं.’’
उमर नबी ने किया था आरोपी का ‘ब्रेनवॉश’
NIA के बिलाल वानी को आत्मघाती हमलावर बनाने के लिए उमर ने कई महीनों तक ‘ब्रेनवॉश’ किया था. वह पिछले साल अक्टूबर में कुलगाम की एक मस्जिद में ‘डॉक्टर मॉड्यूल’ से मिला था. इसके बाद उसे हरियाणा के फरीदाबाद में अल फलाह विश्वविद्यालय में रहने के लिए ले जाया गया. वानी को पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हिरासत में लिया था और पूछताछ में उसने खुलासा किया था कि मॉड्यूल के अन्य लोग उसे प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद के लिए ओवर-ग्राउंड वर्कर बनाना चाहते थे, जबकि उमर कई महीनों से उसका ब्रेनवॉश कर आत्मघाती हमलावर बनने के लिए तैयार कर रहा था. एजेंसी के मुताबिक उमर की यह कोशिश इस साल अप्रैल में उस समय नाकाम हो गई जब वानी ने अपनी खराब आर्थिक स्थिति और इस्लाम में आत्महत्या को निषिद्ध मानने का हवाला देते हुए इससे इंकार कर दिया था.
दोषियों को मिलेगी कठोर से कठोर सजा- अमित शाह
दिल्ली विस्फोट मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि दिल्ली धमाके के दोषियों को पाताल से भी ढूंढ कर लाएंगे और उनके लिए कठोर से कठोर सजा देंगे. शाह ने उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की 32वीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद को जड़ से खत्म करना सरकार की सामूहिक प्रतिबद्धता है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के अब तक के ट्रैक रिकॉर्ड के अनुरूप, दिल्ली बम विस्फोट के दोषियों को पाताल से भी ढूंढ निकाला जाएगा, देश के कानून के शिकंजे में लाया जाएगा और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. बैठक की शुरुआत में लाल किले के पास कार बम विस्फोट और जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस थाने में हुए विस्फोट में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का मौन रखा गया. (इनपुट- भाषा)
