टिकैत की चेतावनी: किसानों के तंबुओं को गिराएगा प्रशासन, तो हम थानों और डीएम कार्यालयों के सामने गाड़ेंगे टेंट

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को कहा, 'हमें पता चला है कि जेसीबी की मदद से प्रशासन यहां टेंट को गिराने की कोशिश कर रहा है.'

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2021 11:40 AM

नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद दिल्ली की तीनों सीमाओं पर प्रशासन की ओर से किसानों के तंबुओं और स्थायी निर्माणों को गिराने और बैरिकेड्स हटाए जाने के बाद भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कड़ी चेतावनी दी है. रविवार को दिए गए अपने बयान में उन्होंने कहा कि जेसीबी की मदद से प्रशासन किसानों के तंबुओं को गिरा रहा है, तो अब वे थानों और जिलाधिकारियों के कार्यालयों के सामने टेंट गाड़ेंगे.

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को कहा, ‘हमें पता चला है कि जेसीबी की मदद से प्रशासन यहां टेंट को गिराने की कोशिश कर रहा है.’ गाजीपुर बॉर्डर पर उन्होंने कहा कि अगर वे ऐसा करते हैं, तो किसान अब थानों और जिलाधिकारियों के कार्यालयों के सामने टेंट लगाएंगे.

इतना ही नहीं, मीडिया के दिए बयान में टिकैत ने यह चेतावनी भी दी है कि अगर उन्हें जबरन हटाया गया, तो सरकारी विभागों को गल्ला मंडी बना देंगे. उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, ‘किसानों को अगर सीमाओं से जबरन हटाने की कोशिश की गई, तो वे देश के सरकारी विभागों को गल्ला मंडियों में तब्दील कर देंगे.’ इससे राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि वह अपनी हठधर्मिता छोड़े, वर्ना संघर्ष को और तेज करेंगे.

बता दें कि केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर के किसान बीते 11 महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. हालांकि, इससे पहले वे दिल्ली के रामलीला मैदान में बैठने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन बाद उन्हें गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर बैठना पड़ा.

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अभी बीते हफ्ते ही, दिल्ली की सीमाओं की सड़कों पर किसानों के धरना-प्रदर्शन को रोकने के लिए दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए टिप्पणी की थी कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना किसानों का अधिकार है, लेकिन सड़कों को अनिश्चितकाल के लिए बाधित नहीं किया जा सकता.

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