भगवद् गीता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर और 25 हजार लोगों के नाम लेकर अंतरिक्ष में पहुंचेगा PSLV C-51

Bhagavad Gita, Prime Minister Narendra Modi, PSLV C-51 : चेन्नई : भगवद् गीता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 25 हजार लोगों (खासकर छात्रों) के नाम लेकर निजी क्षेत्र का पहला उपग्रह सतीश धवन सैट पहली बार अंतरिक्ष में पहुंचेगा. पूरी तरह से भारत में विकसित उपग्रह का प्रक्षेपण इसरो ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान 'पीएसएलवी सी-51' से दो अन्य निजी उपग्रहों के साथ करेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2021 8:58 AM

चेन्नई : भगवद् गीता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 25 हजार लोगों (खासकर छात्रों) के नाम लेकर निजी क्षेत्र का पहला उपग्रह सतीश धवन सैट पहली बार अंतरिक्ष में पहुंचेगा. पूरी तरह से भारत में विकसित उपग्रह का प्रक्षेपण इसरो ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान ‘पीएसएलवी सी-51’ से दो अन्य निजी उपग्रहों के साथ करेगा.

  • 3.5 किलोग्राम वजनी है नैनो सैटेलाइट

  • चिप में होंगे सभी लोगों के नाम

  • चेन्नई के एक स्कूल के सभी छात्रों ने भेजे नाम

जानकारी के मुताबिक, बड़े अंतरिक्ष मिशन में लोगों का नाम भेजने की विदेशी एजेंसियों की परंपरा को अब भारत के अंतरिक्ष मिशन में भी शामिल कर लिया गया है. करीब 3.5 किलोग्राम वजनवाले नैनो उपग्रह में एक अतिरिक्त चिप लगायी जायेगी. इसी चिप में सभी लोगों के नाम होंगे.

नैनोसेटेलाइट को भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के संस्थापकों में से एक के नाम पर रखा गया है. एसडी सैट का निर्माण करनेवाली कंपनी स्पेसकिड्ज का मुख्य मकसद मिशन के जरिये छात्रों के बीच अंतरिक्ष विज्ञान को बढ़ावा देना है.

स्पेसकिड्ज इंडिया की संस्थापक और सीईओ डॉ श्रीमति केसन ने कहा कि इस नैनो सैटेलाइट को लेकर टीम में काफी उत्साह है. यह अंतरिक्ष में तैनात होनेवाला हमारा पहला उपग्रह होगा. यह सैटेलाइट भारतीय स्टार्टअप द्वारा विकसित दो सैटेलाइटों में से एक है.

उन्होंने कहा कि हमने जब मिशन को अंतिम रूप दिया, तो हमने लोगों से उनके नाम भेजने की बात कही, जो अंतरिक्ष में भेजे जायेंगे. एक सप्ताह के अंदर 25 हजार से ज्यादा नाम आये. इनमें करीब एक हजार नाम भारत के बाहर के लोगों ने भेजे हैं.

चेन्नई के एक स्कूल के सभी छात्रों के नाम भेजे गये हैं. ऐसा करने का हमारा मकसद है कि मिशन के जरिये छात्रों के बीच अंतरिक्ष विज्ञान को बढ़ावा मिले. जिन लोगों के नाम अंतरिक्ष में भेजे जायेंगे, उन्हें बोर्डिंग पास भी दिया जायेगा.

साथ ही उन्होंने कहा कि अन्य अंतरिक्ष मिशन की तर्ज पर अंतरिक्ष में भगवद् गीता की एक प्रति भेजने का फैसला किया है. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम और तस्वीर को शीर्ष पैनल पर आत्मनिर्भर मिशन शब्द के साथ जोड़ा गया है.

Next Article

Exit mobile version