1 जून से अब इन राज्यों में बढ़ेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम, आम आदमी की जेब होगी ढीली

इस समय देश कोरोना की मार से गुजर रहा है.इस वायरस के चलते पूरे देश की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गयी है.ऐसे में सरकार अब देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कुछ कड़े कदम उठा रही है. तेल कंपनियां जून से पेट्रोल-डीजल का भाव बढ़ाने जा रही है जिसके चलते 1 जून से देश के कई राज्यों में पेट्रोल-डीजल की बढ़ोत्तरी होने जा रही है.कोरोनावायरस के चलते कई राज्यों में बढ़ा हुआ वैट लागू होने वाला है.

By Prabhat Khabar Print Desk | May 31, 2020 4:11 PM

नयी दिल्ली : इस समय देश कोरोना की मार से गुजर रहा है.इस वायरस के चलते पूरे देश की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गयी है.ऐसे में सरकार अब देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कुछ कड़े कदम उठा रही है. तेल कंपनियां जून से पेट्रोल-डीजल का भाव बढ़ाने जा रही है जिसके चलते 1 जून से देश के कई राज्यों में पेट्रोल-डीजल की बढ़ोत्तरी होने जा रही है.कोरोनावायरस के चलते कई राज्यों में बढ़ा हुआ वैट लागू होने वाला है.

सोमवार से इन राज्यों में बढ़ेगी पेट्रोल-डीजल की कीमत

1 जून से मिजोरम, जम्मू -कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ेगीं क्योकि इन राज्यों ने वैट बढ़ाने की घोषणा कर दी है.ऐसे में सोमवार से लोगों को पेट्रोल-डीजल के लिए ज्यादा रूपया खर्च करना पड़ेगा.

उत्तर पूर्वी राज्य मिजोरम में 1 जून से पेट्रोल पर पांच फीसदी वैट बढ़ जाएगा.वहीं डीजल पर भी 2.5 फीसदी वैट बढ़ेगा. यानी सरकार पेट्रोल पर 20 की जगह 25 फीसदी और डीजल पर 12 की जगह 14.5 फीसदी वैट वसूलेगी.

इसी क्रम में जम्मू कश्मीर के लोगों पर भी महंगाई की मार पड़ रही है. 1 जून से जम्मू कश्मीर में पेट्रोल 2 रूपये प्रति लीटर मंहगा हो जाएगा.वहीं डीजल पर भी वैट 1 रूपये प्रति लीटर बढ़ जाएगा.ऐसे में आम आदमी की जेब पर इसका बहुत असर पड़ेगा.इसके साथ ही माल भाड़ा भी बढ़ सकता है और वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि हो सकती है.

हिमाचल प्रदेश ने भी एक जून से डीजल और पेट्रोल पर दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की है.सरकार ने पेट्रोल डीजल पर एक रुपये प्रति लीटर की दर से वैट बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. इसके साथ ही सरकार को सालाना 120 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व अर्जित होने का अनुमान है.

मीडिया रिपोर्ट्स में आधिकारिक सूत्रों के ​हवाले से कहा गया है कि तेल मार्केटिंग करने वाली सरकारी कंपनियां खुदरा ईंधन को लेकर पिछले सप्ताह एक बैठक की थीं. इस बैठक में मौजूदा हालात का जायजा लेते हुए लॉकडाउन के बाद के लिए रोडमैप तैयार किया गया. इसमें लॉकडाउन के बाद पेट्रोल-डीजल के भाव को पहले की तरह प्रतिदिन रिवाइज करने पर भी चर्चा हुई है

Posted By : Mohan Singh

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