Operation Sindoor: शहीदों की विधवाओं के आंसू का बदला, सेना ने क्यों रखा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम?

Operation Sindoor: भारतीय वायुसेना ने PoK में आतंकी ठिकानों पर सटीक एयरस्ट्राइक करके विधवाओं के आंसुओं पर इसका करारा जवाब दिया. यह ऑपरेशन शहीदों की पत्नियों की आँखों के आँसू और छिन चुके सिंदूर की चीख का प्रतीक बना. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक भावनात्मक प्रतिशोध है.

By Ayush Raj Dwivedi | May 7, 2025 3:38 AM

Operation Sindoor: पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले का भारत ने तीखा और करारा जवाब दिया है. भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए एक बड़े एयरस्ट्राइक ऑपरेशन को अंजाम दिया है. इस जवाबी कार्रवाई को “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया गया है एक ऐसा नाम जो न सिर्फ दुश्मन को चेतावनी है, बल्कि भारतीय स्त्रियों के शौर्य, त्याग और पीड़ा का प्रतीक भी है.

डिफेंस विशेषज्ञों का मानना है कि इस नाम के पीछे गहरा मानवीय भाव जुड़ा हुआ है. दरअसल, पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई ऐसे नवविवाहित जोड़े निशाना बने, जो हनीमून के लिए घाटी पहुंचे थे. इन हमलों ने कई नवविवाहित महिलाओं के सिर से सिंदूर का अधिकार छीन लिया. इन्हीं आंसुओं और पीड़ा की गूंज बनी भारत की यह जवाबी कार्रवाई — ऑपरेशन सिंदूर

शहीदों की विधवाओं की पीड़ा बनी प्रेरणा

गुरुग्राम की हिमांशी नरवाल, जिनकी 16 अप्रैल को शादी हुई थी, अपने पति लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के साथ हनीमून पर थीं. आतंकियों ने विनय को गोलियों से छलनी कर दिया. हिमांशी का कहना था, “मैंने सिंदूर से भरी मांग के साथ विदाई ली थी, कुछ ही दिन में सब छिन गया.’

ऐसा ही दर्द झेला जयपुर की प्रियंका शर्मा ने, जो अपने पति रोहित शर्मा के साथ हनीमून पर थीं. रोहित की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि प्रियंका गंभीर रूप से घायल हुईं.

शिमला की अंजलि ठाकुर और पुणे की स्नेहा पाटिल की कहानियां भी रोंगटे खड़े कर देती हैं. अंजलि के पति विवेक ठाकुर और स्नेहा के पति अमित पाटिल भी इस आतंकी हमले में शहीद हो गए. स्नेहा की करुण पुकार थी, “आतंकियों ने हमारा सब कुछ छीन लिया.’