यूपी की जेलों में बंद हैं हजारों इंजीनियर और पोस्टग्रेजुएट, जानें क्या है कारण…

देशभर में उत्तर प्रदेश उन राज्यों में सबसे आगे है जिसकी जेल में सबसे ज्यादा शैक्षणिक योग्यता वाले कैदी जेल में बंद हैं. इनमें ज्यादातर कैदी इंजीनियर या पोस्टग्रेजुएट की डिग्री रखते हैं. नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो के आंकड़े के अनुसार देशभर में 3740 कैदी है जो तकनीकी योग्यता रखते हैं या जिनके पास इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की डिग्री है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 8, 2020 5:37 PM

मेरठ : देशभर में उत्तर प्रदेश उन राज्यों में सबसे आगे है जिसकी जेल में सबसे ज्यादा शैक्षणिक योग्यता वाले कैदी जेल में बंद हैं. इनमें ज्यादातर कैदी इंजीनियर या पोस्टग्रेजुएट की डिग्री रखते हैं. नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो के आंकड़े के अनुसार देशभर में 3740 कैदी है जो तकनीकी योग्यता रखते हैं या जिनके पास इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की डिग्री है.

उनमें से 727 या 20 फीसद यूपी की जेल में बंद है. इसके बाद दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र का नंबर आता है जहां 495 कैदी बंद हैं फिर कर्नाटक का जहां 362 कैदी बंद है. इंजीनियरिंग की डिग्री के बाद भी यूपी दूसरे शैक्षणिक योग्यता की कैदियों की संख्या में भी आगे है. सबसे ज्यादा पोस्टग्रेजुएट कैदियों की संख्या भी इस राज्य में आगे है.

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5282 पोस्ट ग्रेजुएट में यूपी में 2010 कैदी बंद हैं. यूपी के डायरेक्टर जनरल कारा आनंद कुमार के अनुसार ज्यादातर तकनीकी तौर पर योग्य कैदियों पर दहेज, रेप के बाद हत्या या आर्थिक धोखाधड़ी के मामले में बंद है.

जेल में भी इनकी योग्यता का बेहतर इस्तेमाल किया जाता है .तकनीकी तौर पर मजबूत लोग जेल में बेहतर तकनीकी सुधार में काम करते हैं , तकनीक को विकसित करने में मदद करते हैं. यहां कई तकनीक के जानकार लोगों ने मिलकर e- prison मॉडल को विकसित किया है. कई लोग जेल के काम को तकनीक की मदद से बेहतर करने में दद कर रहे हैं. ईटरनेट पर तकनीक की मदद से ज्ञान बढ़ाने की हमारी योजना पर भी लोग काम कर रहे हैं. कई लोग इंटरनेट की मदद से अपना ज्ञान बांट रहे हैं.

Posted By – Pankaj Kumar Pathak

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