karnataka hijab row : भाजपा मुसलमानों के सारे प्रतीकों को मिटा देगी, महबूबा मुफ्ती के मन में समाया डर

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भारतीय मुसलमानों के लिए सिर्फ भारतीय होना ही काफी नहीं है, उन्हें भाजपा के मुताबिक भी होना जरूरी है. श्रीनगर में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2022 5:48 PM

karnataka hijab row : मुझे डर है कि भाजपा हिजाब पर ही नहीं रूकेगी, वे मुसलमानों के अन्य प्रतीकों पर भी जायेंगे और वे सबको मिटा देंगे. उक्त बातें पीडीपी की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज जम्मू-कश्मीर में कही.

महबूबा का आरोप मुसलमानों के लिए सिर्फ भारतीय होना काफी नहीं

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भारतीय मुसलमानों के लिए सिर्फ भारतीय होना ही काफी नहीं है, उन्हें भाजपा के मुताबिक भी होना जरूरी है. श्रीनगर में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही.

फारुक अब्दुल्ला ने कहा सबको अपनी मर्जी से पहनने-खाने का अधिकार

वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने हिजाब विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी इच्छानुसार पहनने और खाने का अधिकार है. जहां तक बात धार्मिक मान्यताओं का पालन करने के की है सभी इसके लिए स्वतंत्र हैं. कुछ कट्टरपंथी तत्व हैं जो लोगों को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करके चुनाव जीतने की कोशिश में एक धर्म पर हमला कर रहे हैं.


14 फरवरी से खुल रहे हैं स्कूल

गौरतलब है कि हिजाब विवाद के बाद कर्नाटक में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया था, लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद कल 14 फरवरी से क्लास 1-10 तक के बच्चों के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं. उडुपी जहां विवाद ज्यादा बढ़ा वहां कल सुबह छह बजे से शाम के छह बजे तक धारा 144 लागू रहेगा.

कर्नाटक हाईकोर्ट में हो रही सुनवाई

कर्नाटक सरकार ने चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोलने की बात कही और 16 फरवरी से सीनियर कक्षाओं के लिए भी स्कूल खोल दिये जायेंगे. अभी हिजाब मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट की तीन सदस्यीय बेंच सुनवाई कर रही है.

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मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रदेश में शांति बनाये रखने के लिए स्कूल के प्राचार्य, शिक्षकों, अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन को प्रशासन के संपर्क में रहने को कहा है .साथ ही जनप्रतिनिधियों, गणमान्य व्यक्तियों और जिले के वरिष्ठों के साथ लगातार संपर्क में रहने का भी निर्देश दिया है.

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