India China Face Off: चीन देखेगा भारतीय नौसेना का दम, LAC पर उड़ान भरेंगे MiG-29K

नयी दिल्ली : चीन के साथ जारी विवाद के बीच भारतीय नौसेना अब चीन समुद्री फाइटर जेट MiG-29K को नॉदर्न सेक्टर में एयरफोर्स बेस में तैनात करेगी. पहले से ही पूर्वी लद्दाख में भारतीय नौसेना की फाइटर जेट P-8I उड़ान भर रहे हैं. अब MiG-29K की तैनाती से चीन अपनी हद में रहेगा. ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के सुझाव के बाद हुआ है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2020 7:01 PM

नयी दिल्ली : चीन के साथ जारी विवाद के बीच भारतीय नौसेना अब चीन समुद्री फाइटर जेट MiG-29K को नॉदर्न सेक्टर में एयरफोर्स बेस में तैनात करेगी. पहले से ही पूर्वी लद्दाख में भारतीय नौसेना की फाइटर जेट P-8I उड़ान भर रहे हैं. अब MiG-29K की तैनाती से चीन अपनी हद में रहेगा. ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के सुझाव के बाद हुआ है.

प्रधानमंत्री ने भारत के तीनों सेनाओं – आर्मी, नेवी और एयरफोर्स, को आपसी तालमेल बनाकर काम करने का निर्देश दिया था. इसके साथ ही सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने एयरफोर्स के साथ-साथ नेवी के भी फाइटर जेट्स को देश की उत्तरी या पश्चिमी सीमाओं पर तैनात करने का सुझाव दिया था.

भारतीय नौसेना चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के साथ जारी विवाद के बीच एलएसी पर निगरानी रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. एक सरकारी सूत्र ने समाचार एजेंसी से कहा, ‘ नौसेना का MiG-29K फाइटर एयरक्राफ्ट को नॉदर्न सेक्टर में एयरफोर्स बेस पर तैनात किये जाने की योजना बन रही है. उनका इस्तेमाल पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अभियानगत उड़ानों (ऑपरेशनल फ्लाइंग) के लिए किया जा सकता है.’

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पहले से ही सीमा के आसपास चीनी गतिविधियों पर नजर रखने में नौसेना के विमानों की मदद ली जा रही है. इंडियन नेवी मलक्का जलडमरूमध्य (Malacca Straits) के करीब भी युद्धाभ्यास कर रही है. यह वही जगह है जहां से चीनी नौसेना हिंद महासागर में प्रवेश करती है. सरकारी सूत्रों से बताया था कि नौसेना के पश्चिमी बेड़े के युद्धपोत और समुद्री जहाज अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह क्षेत्र में युद्धाभ्यास कर रहे हैं.

आईएनएस चक्र और आईएनएस अरिहंत समेत नौसेना के दूसरे परमाणु पनडुब्बियां भी एक्टिव मोड में हैं. डोकलाम संकट के दौरान भी निगरानी विमानों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया था. बता दें कि भारतीय नौसेना के पास 40 से अधिक MiG-29K लड़ाकू जेटों का एक बेड़ा है, जो विमान वाहक पोत INS विक्रमादित्य पर तैनात हैं और गोवा में नौसेना के लड़ाकू अड्डे INS हंसा से नियमित उड़ान भरते हैं.

Posted by: Amlesh Nandan Sinha.

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