Bhargavastra: अब चीन-पाकिस्तान की खैर नहीं, भारत के भार्गवास्त्र से आसमान में ही नष्ट हो जाएंगे सैकड़ों ड्रोन

Bhargavastra: पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के बीच भारत ने काउंटर ड्रोन सिस्टम भार्गवास्त्र का सफल परीक्षण किया. इसे सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड (एसडीएएल) ने विकसित किया है, जो हार्ड किल मोड में कम लागत वाला काउंटर ड्रोन सिस्टम है. इसकी ताकत ऐसी है, जिसे देखकर पाकिस्तान और चीन के रातों की नींद उड़ जाएगी. यह ड्रोन झुंडों के बढ़ते खतरे का मुकाबला करने में कामयाब है.

By ArbindKumar Mishra | May 14, 2025 5:12 PM

Bhargavastra: काउंटर ड्रोन सिस्टम भार्गवास्त्र में प्रयुक्त सूक्ष्म रॉकेटों का गोपालपुर स्थित सीवार्ड फायरिंग रेंज में परीक्षण किया गया, जिसमें सभी निर्धारित लक्ष्य प्राप्त हुए. 13 मई को गोपालपुर में आर्मी एयर डिफेंस (एएडी) के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में रॉकेट के तीन परीक्षण किए गए. दो टेस्ट एक-एक रॉकेट दागकर किए गए. एक टेस्ट 2 सेकंड के भीतर साल्वो मोड में दो रॉकेट दागकर किया गया. सभी चार रॉकेटों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया.

भार्गवास्त्र एक साथ कई ड्रोन को पलक झपकते कर देगा तबाह

काउंटर ड्रोन सिस्टम भार्गवास्त्र एक साथ ड्रोनों की झूंड को तबाह कर सकता है. भार्गवस्त्र 2.5 किमी तक की दूरी पर छोटे, आने वाले ड्रोन का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने में कामयाब है. भार्गवास्त्र भारतीय सेना की ताकत को और बढ़ा देगा. यह ड्रोनों की झूंड को सेकेंड भर में बेअसर कर सकता है. यह काउंटर ड्रोन सिस्टम मॉड्यूलर है, सेंसर (रडार, ईओ और आरएफ रिसीवर) और शूटर को उपयोगकर्ता की आवश्यकता के अनुसार कॉन्फिगर किया जा सकता है और इसे लेयर्ड और टियर्ड एडी कवर के लिए एकीकृत तरीके से काम करने के लिए बनाया जा सकता है. जिससे लंबी दूरी पर लक्ष्यों को निशाना बनाया जा सकता है.

भार्गवास्त्र में लगे रडार 6 से 10 किमी दूर से छोटे हवाई खतरों का पता लगाने में सक्षम

C4I (कमांड, कंट्रोल, संचार, कंप्यूटर और इंटेलिजेंस) तकनीक से युक्त कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर से लैस, सिस्टम का रडार 6 से 10 किमी दूर से छोटे हवाई खतरों का पता लगा सकता है. इसका इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल/इन्फ्रारेड (ईओ/आईआर) सेंसर सूट लो रडार क्रॉस-सेक्शन (एलआरसीएस) लक्ष्यों की सटीक पहचान करता है.