भारत को बातों में घेर कर धोखा दे रहा चीन, LAC पर पीएलए के 20,000 जवान तैनात

भारत के साथ भरोसे लगातार तोड़ते हुए चीन ने पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के करीब 20,000 जवानों को तैनात कर दिया है. उधर, दूसरी ओर से खबर यह भी है कि पाकिस्तान ने भी गिलगित-बाल्टिस्तान में एलओसी (LoC) पर 20,000 जवानों को तैनात किया है. मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, चीन अपने शिनजियांग में भी करीब 10 से 12 हजार जवानों को मुश्तैद किए हुए है, जो जरूरत पड़ने पर जल्द ही भारतीय सीमा के नजदीक पहुंच सकते हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | July 1, 2020 5:45 PM

नयी दिल्ली : भारत के साथ भरोसे लगातार तोड़ते हुए चीन ने पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के करीब 20,000 जवानों को तैनात कर दिया है. उधर, दूसरी ओर से खबर यह भी है कि पाकिस्तान ने भी गिलगित-बाल्टिस्तान में एलओसी (LoC) पर 20,000 जवानों को तैनात किया है. मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, चीन अपने शिनजियांग में भी करीब 10 से 12 हजार जवानों को मुश्तैद किए हुए है, जो जरूरत पड़ने पर जल्द ही भारतीय सीमा के नजदीक पहुंच सकते हैं.

सरकार की तरफ से एक सूत्र ने बताया कि चीनी सेना ने जवानों को दो डिवीजन में करीब 20 हजार जवान को एलएसी के पूर्वी लद्दाख में तैनात किया है. वहीं, एक डिवीजन को बैकअप के लिए शिनजियांग में रखा गया है. यह इलाका करीब 1 हजार किलोमीटर दूर है, लेकिन चीन की तरफ जमीन समतल है. इसलिए ये जवान महज 48 घंटे के अंदर भारतीय सीमा तक पहुंच सकते हैं.

उधर, मीडिया की खबरों में यह भी बताया गया कि भारत चीन की हरकतों पर पैनी नजर रखे हुए है. भारत भी इलाके में एक और डिवीजन की तैनाती पर विचार कर रहा है. पता चला है कि चीन आमतौर पर तिब्बत क्षेत्र में सिर्फ दो डिविजन तैनात रखता है, लेकिन अब वह दो डिवीजन अतिरिक्त लाया है. इसके साथ ही, भारत-चीन की ओर से से सीमा विवाद को जल्द सुलझाने के लिए बैठकों का दौर चल रहा है, लेकिन इसमें अभी तक किसी नतीजे पर पहुंचा नहीं जा सका है.

अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा सितंबर-अक्टूबर तक जारी रह सकता है, उसके बाद जब झील जम जाएगी यानी ठंड होगी, तब सेना की वहां तैनाती में कमी आ सकती है. भारत और चीन के बीच पिछले 6 हफ्तों से बातचीत का दौर जारी है, लेकिन चीनी जवान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं.

चीन ने गलवान में पेट्रोल पॉइंट 14 के अलावा पैंगोंग झील और फिंगर एरिया में भी जवानों की संख्या बढ़ाई है. फिंगर 8 इलाके में उन्होंने अपना प्रशासनिक बेस तैयार किया है, जहां भारी वाहन और बड़ी नावें भी हैं. सूत्रों ने बताया कि जो रोड फिंगर 8 से बनाया गया है, उसकी मदद से चीन फिंगर 4 तक भारत के मुकाबले आसानी से पहुंच सकता है.

सूत्रों का यह भी कहना है कि फिंगर एरिया में चीन ने जवानों की संख्या 18 और 19 मई को बढ़ाई थी. तब करीब 2500 चीनी जवान वहां पहुंचे, जबकि भारत के कुल 200 जवान वहां झील किनारे तैनात थे. वहां भारतीय जवानों को पेट्रोलिंग करने से भी चीनी जवान रोकने की कोशिश कर रहे हैं.

इसके अलावा, लद्दाख में भारत और चीन में जारी तनाव के बीच मौकापरस्त पाकिस्तान ने गिलगित-बाल्टिस्तान में एलओसी के नजदीक सेना की दो डिवीजनों को तैनात किया है. पाकिस्तानी सेना के एलओसी के नजदीक लगभग 20 हजार सैनिकों की तैनाती को भारत के ऊपर दबाव बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. आशंका जतायी जा रही है कि पाकिस्तान ऐसी हरकतें चीन के इशारों पर कर रहा है.

Posted By : Vishwat Sen

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