बीएमसी के कमिश्नर को पद से हटाया गया, कई फैसलों से सरकार थी नाराज

मुंबई में लगातार संक्रमित मामलों के बढ़ने से बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के कमिश्नर प्रवीण परदेसी को पद से हटा दिया गया है. देश में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले महाराष्ट्र में हैं. मुंबई के धारावी में कोरोना के 25 नये मामले आज सामने आये जिससे यहां की संख्या 808 पहुंच गयी.

By Prabhat Khabar Print Desk | May 8, 2020 10:51 PM

मुंबई : मुंबई में लगातार संक्रमित मामलों के बढ़ने से बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के कमिश्नर प्रवीण परदेसी को पद से हटा दिया गया है. देश में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले महाराष्ट्र में हैं. मुंबई के धारावी में कोरोना के 25 नये मामले आज सामने आये जिससे यहां की संख्या 808 पहुंच गयी.

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प्रवीन की जगह इकबाल चहल को बीएमसी का नया कमिश्नर नियुक्त किया गया है. प्रवीण परदेसी को शहरी विकास विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव बना दिया गया है. इससे पहले इकबाल चहल शहरी विकास विभाग के मुख्य सचिव के पद पर कार्य कर रहे थे. ठाणे के पूर्व म्यूनिसिपल कमिश्नर संजीव जयसवाल को बीएमसी का नया एडिशनल कमिश्नर पद दिया गया है.

सूत्रों की मानें तो सरकार परदेसी द्वारा लिये जा रहे फैसलों से खुश नहीं थी. राज्य के मंत्री भी परदेसी पर मनमानी का आरोप लगा रहे थे. इसके साथ ही एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें कोरोना संक्रमण से मारे गए लोगों के शव सायन अस्पताल में मरीजों के साथ रखे थे. इस वीडियो के वायरल होने के बाद सरकार पर भी दबाव बढ़ा और राज्य सरकार को यह फैसला लेना पड़ा. महाराष्ट्र में कोरोना से मरने वालों की संख्या 731, राज्य में अब कुल 19 हजार 063 संक्रमित मामले सामने आये हैं.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित मुम्बई में सेना तैनात करने की अटकलों को शुक्रवार को खारिज कर दिया. ‘लाइव वेबकास्ट’ में ठाकरे ने कहा कि जरूरत पड़ने पर राज्य में पुलिस बल को कुछ आराम देने के लिए केन्द्र सरकार से अतिरिक्त कर्मियों की मांग की जा सकती है.

मुख्यमंत्री ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार जरूरत पड़ने पर केन्द्र से अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती का अनुरोध कर सकती है, ताकि चरणबद्ध तरीके से पुलिस कर्मी आराम कर पाएं. ठाकरे ने कहा, ‘‘ इसका यह मतलब नहीं है कि मुम्बई को सेना के हवाले कर दिया जाएगा.

पुलिस कर्मी चौबिसों घंटे काम करने की वजह से काफी थक गए हैं, कुछ तो बीमार भी पड़ गए हैं और वहीं कुछ की वायरस से संक्रमित होने के बाद जान भी चली गई. उन्हें आराम चाहिए.” उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि वायरस को नियंत्रित किया गया है लेकिन इसकी ‘श्रृंखला’ तोड़ने में राज्य अभी तक कामयाब नहीं हुआ है.

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन 17 मई के बाद बढ़ाया जाए या नहीं यह इस बात पर निर्भर करता है कि लोगों ने कितना अनुशासन दिखाया और कितना नियमों का पालन किया. ठाकरे ने कहा, ‘‘ एक ना एक दिन हमें इस लॉकडाउन से बाहर निकलना ही होगा. हम हमेशा ऐसे नहीं रह सकते. लेकिन इससे जल्दी निकलने के लिए आपको नियमों का पालन करना होगा, सामाजिक दूरी बनाए रखनी होगी और चेहरे पर मास्क लगाना होगा

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