Coronavirus Lockdown : 24 घंटे में कोरोना के 1229 नये मामले, 34 की मौत, मोबाईल, किताब और इलेक्ट्रिक दुकानों को खोलने की मिली इजाजत

24 घंटे में कोरोना के 1229 पॉजिटिव केस सामने आए हैं. इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 21,700 हो गई. बीते 24 घंटे में 34 लोगों की कोरोना से मौत हुई. संक्रमण मुक्त होने वालों की संख्या 4325 हो गई. देश के अलग-अलग हिस्सों में कोरोना संक्रमण की वजह से अबतक 686 लोगों की मौत हो चुकी है.

By PankajKumar Pathak | April 23, 2020 8:13 PM

नयी दिल्ली : 24 घंटे में कोरोना के 1229 पॉजिटिव केस सामने आए हैं. इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 21,700 हो गई. बीते 24 घंटे में 34 लोगों की कोरोना से मौत हुई. संक्रमण मुक्त होने वालों की संख्या 4325 हो गई. देश के अलग-अलग हिस्सों में कोरोना संक्रमण की वजह से अबतक 686 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बात की जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आज हेल्थ बुलेटिन जारी करते हुए कही.

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इन आंकड़ों की जानकारी देते लव अग्रवाल ने बताया बीते 28 दिनों में करीब 12 जिले ऐसे रहे हैं जहां कोरोना का कोई फ्रेश केस सामने नहीं आया है. इसके अलावा बीते 14 दिनों में 23 राज्यों और संघशासित प्रदेशों के 78 जिले ऐसे रहे हैं जहां कोरोना का कोई फ्रेश केस सामने नहीं आया है. डॉक्टरों का साथ दें अगर कहीं डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा होती है तो उन पर कड़ी कार्रवाई होगी साथ ही नुकसान की भरपाई भी करनी पड़ सकती है.

गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि वरिष्ठ नागरिकों के इन-हाउस केयर-गिवर्स, शहरी क्षेत्रों में प्रीपेड मोबाइल रिचार्ज यूटिलिटीज और फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स को लॉकडाउन प्रतिबंधों से मुक्त किया गया है. गृहमंत्रालय ने 15 अप्रैल को विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये थे. हॉटस्पॉट इलाके नहीं है उन्हें कुछ छूट दी गयी थी.

राज्य सरकारें औद्योगिक इकाई को भी शुरू करने की कोशिश में हैं. सड़क निर्माण, ईट भट्ठे जैसे काम शुरू हो गये हैं. डॉक्टरों को पूरी सुरक्षा मिले इस पर भी सरकार पूरा ध्यान दें. राज्य भी जिम्मेदारी का निर्वहन करें इसके लिए राज्यों को भी चिट्ठी लिखी गयी है.

पर्यावरण सचिव ने जानकारी दी है कि कोरोना एक बड़ी चुनौती है. हमारा मूलमंत्र है कि जिंदगी कैसे बचाएं? हम लगातार टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं. 23 मार्च तक हमने देशभर में महज 14,915 टेस्ट किए थे और अब 22 अप्रैल तक हमने 5 लाख से ज्यादा टेस्ट कर लिए हैं . हालांकि यह पर्याप्त नहीं है और हमें देश में रैंप टेस्टिंग की जरूरत है. हम वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने में सक्षम हैं. हम खुद को भविष्य के लिए भी तैयार कर रहे हैं.

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