Congress Chintan Shivir: कांग्रेस संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी, ‘50 बिलो 50 फॉर्मूला’ किया जाएगा लागू!

Congress Chintan Shivir: उदयपुर में तीन दिनों तक चलने वाले चिंतन शिविर में कांग्रेस भविष्य की रणनीति को लेकर मंथन किया जा रहा है. इसी कड़ी में कांग्रेस संगठन में बड़े बदलाव के संकेत भी मिल रहे है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2022 10:29 PM

Congress Chintan Shivir: कांग्रेस पार्टी को चुनावों में लगातार हार का सामना करना पड़ है और पार्टी अपने सबसे कठिन दौर से गुजर रही है. इसी के मद्देनजर उदयपुर में पार्टी की ओर से नौ साल बाद एक बार फिर से चिंतन शिविर का आयोजन किया गया है. उदयपुर में तीन दिनों तक चलने वाले चिंतन शिविर में कांग्रेस भविष्य की रणनीति को लेकर मंथन किया जा रहा है. इसी कड़ी में कांग्रेस संगठन में बड़े बदलाव के संकेत भी मिल रहे है.

कांग्रेस को युवा बनाने की तैयारी

बताया जा रहा है कि कांग्रेस अपनी स्थानीय स्तर की कमेटी से लेकर कार्य समिति तक 50 साल के कम उम्र के लोगों को 50 फीसदी प्रतिनिधित्व देने की व्यवस्था लागू कर सकती है. इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी युवाओं के लिए रोजगार की गारंटी को लेकर भी चर्चा कर रही है. पार्टी का कहना है कि उसके शासन वाले राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में योजनाओं को लागू किया जा सकता है जिन पर चिंतन शिविर में चर्चा हो रही है. पार्टी महासचिव अजय माकन का कहना है कि युवाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व देने के प्रस्ताव पर चिंतिन शिविर में चर्चा होगी. संगठन में स्थानीय समिति से लेकर कांग्रेस कार्य समिति तक, हर समिति में 50 प्रतिशत स्थान 50 साल से कम उम्र के लोगों को दिए जाने का भी प्रस्ताव रखा गया है.

50 बिलो 50 फॉर्मूला होगा लागू!

वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा कि इसकी पूरी संभावना है कि 50 बिलो 50 फॉर्मूला यानि 50 साल से कम के लोगों को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व को लागू किया जाएं. उन्होंने कहा कि ब्लॉक कमेटी से लेकर कांग्रेस कार्य समिति में 50 साल से कम उम्र के लोगों को 50 फीसदी प्रतिनिधित्व देने का विचार आया है. रागिनी नायक ने कहा कि 50 बिलो 50 फॉर्मूला लागू हो, यह संभव है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 50 साल के कम का अर्थ यह भी है कि 45 साल के नेता को जगह मिल सकती है, 40 साल के युवा को भी जगह मिल सकती है.

इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा

इधर, पार्टी प्रवक्ता अलका लांबा ने रोजगार के अधिकार का उल्लेख करते हुए कहा कि यह चर्चा में आया है, जो भी बात हो रही है कानूनी हो रही है. सूचना का अधिकार आया, भोजन का अधिकार आया, शिक्षा का अधिकार आया. यह कोशिश है कि कांग्रेस मजबूत विपक्ष के तौर पर अगले दो साल में इस सरकार को कैसे इसे लागू करने के लिए मजबूर कर सकती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का प्रयास है कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जहां कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारें हैं वहां चर्चा में शामिल सभी बातों को लागू करके एक उदाहरण प्रस्तुत किया जाए, ताकि भाजपा शासित राज्यों में इन्हें लागू कराया जा सके. अलका लांबा ने बताया कि कांग्रेस के चिंतन शिविर में युवाओं से जुड़े मुद्दों पर 12 घंटे 30 मिनट चर्चा होगी.

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